नई दिल्ली
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की चुनौती को स्वीकार करते हुए राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने सिसोदिया को उनके साथ मुस्तफाबाद स्थित सरकारी स्कूल में चलने का निमंत्रण दिया है, ताकि सिसोदिया जान पाएं कि दिल्ली में सरकारी स्कूलों का हाल कितना बुरा है। सिसोदिया ने 30 जून को ट्वीट कर बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और सांसद विजय गोयल से बीजेपी शासित राज्यों के शिक्षा के मॉडल की दिल्ली मॉडल से तुलना करने की चुनौती दी थी।
गोयल ने कहा कि शिक्षा में सुधार के झूठे दावों के प्रचार करने में करोड़ों रुपये बर्बाद किए जा रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में 5 लाख बच्चे फेल हो गए हैं, जिनमें से 4 लाख छात्रों को किसी सरकारी स्कूल में दोबारा दाखिला तक नहीं दिया गया। उन्होंने पूछा कि सरकारी स्कूलों में दसवीं क्लास का हर तीसरा छात्र फेल क्यों हो रहा है? नौवीं क्लास के भी 76,523 छात्र परीक्षा में फेल हो गए।
गोयल ने सिसोदिया से पूछा है कि वह उनके साथ मुस्तफाबाद के स्कूल में कब चलेंगे, उन्होंने अपनी चुनौती सिर्फ 10 स्कूलों तक ही सीमित क्यों रखी है? दिल्ली सरकार के 10 स्कूलों का चयन कौन करेगा, आप या मैं? क्यों दिल्ली सरकार के स्कूलों से पास हुए छात्रों को डीयू में दाखिला नहीं मिलता है? अब तक कितने बच्चों को डीयू में दाखिला मिला है? अगर आपके शिक्षा सुधार के दावे सही हैं, तो हर साल लाखों सरकारी स्कूलों के बच्चे परीक्षा में क्यों फेल हो रह हैं? क्या सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल के पद को खत्म किया जा रहा है, क्योंकि 1028 सरकारी स्कूलों में से 800 स्कूलों में कोई प्रिंसिपल नहीं हैं?
गोयल ने कहा कि एक बार जब सिसोदिया मुस्तफाबाद के स्कूल का दौरा कर लेंगे, तब वह दूसरे 10 सरकारी स्कूलों के नाम भी बता देंगे, जहां छात्रों के लिए मूलभूत सुविधाएं तक मौजूद नहीं हैं। गोयल ने पूछा कि क्या सिसोदिया गुजरात के किसी सरकारी स्कूल में गए हैं?