उन्होंने चुनौती दी कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 70 प्वाइंट प्लान पर सिवाए नारेबाजी और धरने के कुछ काम नहीं हुआ है। सीसीटीवी, मुफ्त वाई-फाई, नए अस्पताल, नई डीटीसी बसें, नए कॉलेज, प्रदूषण से मुक्ति, अनधिकृत कॉलोनियों का नियमितकिरण और झुग्गी-झोपड़ी में विकास आदि का कोई काम नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल भी जानते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय पहले ही फैसला कर चुका है कि दिल्ली एक यूनियन टैरिटरी है, जहां केन्द्र सरकार और उपराज्यपाल के अधिकार रहेंगे। ऐसे में उनका पूर्ण राज्य का दर्जा मांगना केवल चुनावी ढकोसला से ज्यादा कुछ और नहीं है। इसलिए केजरीवाल और उनके झूठ का पर्दाफाश करने हेतु चल रहे इस ढोल आंदोलन में गोयल ने नारा दिया है, 'केजरीवाल भगाओ, दिल्ली बचाओ। '