बिजली बिल के फिक्स चार्ज को लेकर भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। दिल्ली सरकार के सस्ती बिजली के नारे को भी झूठा करार दिया है। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल ने मीडिया से कहा कि फिक्स चार्ज की जांच होनी चाहिए। इसके बाद पर्दाफाश हो जाएगा कि सरकार सस्ती बिजली बिल के नाम पर लोगों को मूर्ख बना रही है।
आरडब्ल्यूए ज्वाइंट फ्रंट के बीएस वोहरा व ऊर्जा संस्था के महासचिव सौरभ गांधी, बिजली क्षेत्र में काम करने वाली चेतना संस्था के सदस्य अनिल सूद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में विजय गोयल मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब तक यह कहते थे कि बिजली के दाम हाफ-पानी माफ, लेकिन ना पानी मिल रहा है और ना बिजली के बढ़े हुए फिक्स चार्ज के बाद बिजली सस्ती है। खुद केजरीवाल ने एक चार्ट जारी किया, जिसमें शीला दीक्षित सरकार और अपनी सरकार की तुलना की है। यह दिखाया गया है कि कांग्रेस सरकार होती तो हर तीन साल में 73 प्रतिशत दाम बढ़ते, जबकि सच्चाई इससे अलग है। बिजली बिल में 30 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो गई है।
फिक्स चार्ज की बढ़ोतरी से जनता से वसूला गया 7000 करोड़ रुपया जनता को वापस किया जाए। दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी रेग्यूलेटरी कॉरपोरेशन (डीईआरसी) आम आदमी पार्टी की कठपुतली की तरह काम कर रहा है।