विस, नई दिल्ली : पानी के बिलों पर एरियर और पेनल्टी माफ करने की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की घोषणा पर बीजेपी ने सवाल उठाते हुए मांग की है कि अभी तक जितने भी लोगों से एरियर और पेनल्टी वसूली है, उन लोगों के पैसे लौटाए जाएं। साथ ही पानी के मुद्दे पर दिल्ली सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग भी की गई है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि एरियर के नाम पर दिल्ली सरकार लोगों को गुमराह कर रही है, जबकि आधी से ज्यादा दिल्ली में जल बोर्ड की पाइपलाइन ही नहीं है। राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने सवाल किया कि क्या केजरीवाल अब उन सब लोगों के भी पैसे वापस करेंगे, जो अभी तक ईमानदारी से अपने बिलों का भुगतान कर रहे थे? गोयल ने बताया कि दिल्ली में 21 लाख में से करीब 7 लाख लोगों के घरों में पानी मीटर खराब पड़े हैं, जिन्हें ठीक नहीं किया गया, ताकि 20,000 लीटर पानी मुफ्त न देना पड़े। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पानी के बिलों पर विलंब शुल्क माफ करने को चुनावी घोषणा बताते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक देख केजरीवाल अब एक्शन मोड में आने का नाटक कर रहे हैं, क्योंकि 5 साल तक तो उन्होंने कुछ नहीं। नॉर्थ एमसीडी की स्टैंडिंग कमिटी के अध्यक्ष और दिल्ली जल बोर्ड के मेंबर जय प्रकाश ने कहा कि पानी के बिलों को लेकर लगातार दो साल से वह जो संघर्ष कर रहे थे, उसी के बाद दबाव में आकर केजरीवाल को पानी के बकाया बिलों पर लगने वाले जुर्माने और सरचार्ज को माफ करना पड़ा। जल बोर्ड के एक अन्य सदस्य सत्यपाल मलिक ने कहा कि जल बोर्ड में लोगों की ज्यादातर शिकायतें बढ़े हुए पानी के बिलों को लेकर ही आ रही थी, जिसके लिए हम लगातार संघर्ष कर रहे थे, ताकि जनता को राहत मिल सके। आज हमारी मेहनत रंग लाई है। दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि केजरीवाल ने कोई पहली बार यह घोषणा नहीं की है। 2016 और 2017 में भी इसी तरह की घोषणा कर चुके हैं।