नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। Delhi water quality: राष्ट्रीय राजधानी में दूषित पानी को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। दिल्ली भाजपा के सांसदों ने इस मुद्दे पर शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली में लोग दूषित पानी से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि जांच में दिल्ली का पानी फेल हुआ तो मुख्यमंत्री इसे गंभीरता से लेने के बजाय नाराज हो रहे हैं। जीवन से जुड़े इस मुद्दे को वह राजनीतिक मुद्दा बता रहे हैं।
मनोज तिवारी ने साल 2014, 2015 और 2019 में पानी को लेकर केजरीवाल के बयान का वीडियो और दूषित पानी की समस्या लेकर लोगों की प्रतिक्रिया दिखाकर मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री समस्या हल करने के बजाय भारतीय मानक ब्यूरो और जनता को झूठा बता रहे हैं।
डॉ. हर्षवर्धन ने लगाया केजरीवाल पर झूठ बोलने का आरोप
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झूठ बोलने की आदत है। भारतीय मानक ब्यूरो देश की प्रतिष्ठित संस्था है। आजादी के समय से काम कर रही है। केजरीवाल को छोड़कर अबतक किसी ने भी मानक ब्यूरो की रिपोर्ट या सत्यापन पर किसी ने प्रश्न नहीं उठाया है। दिल्ली सहित 13 शहरों के पानी के नमूने लेकर जांच की गई, किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री ने रिपोर्ट पर विरोध नहीं किया।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि केजरीवाल समस्या हल करने के बजाय रिपोर्ट की प्रमाणिकता पर सवाल उठा रहे हैं। दिल्ली में बच्चों में जलजनित बीमारियां बढ़ रही हैं। दूषित पानी की समस्या संवेदनशील और लोगों के स्वास्थ्य के साथ जुड़ा हुआ है। केंद्र ने दूषित पानी को लेकर बैठक बुलाई थी जिसमें दिल्ली के प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए।
केजरीवाल दें 900 करोड़ रुपये का हिसाब
राज्यसभा सदस्य विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली में लोगों को पीने के लिए 3840 मिलियन लीटर पानी चाहिए। जल बोर्ड पानी उपलब्ध कराने में असमर्थ है। यहां पर 30 फीसद पानी बर्बाद हो जाता है। दिल्ली के लोग जलजनित बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं लेकिन केजरीवाल इस पर सियासत कर रहे हैं। जिन घरों से सैंपल लिए गए थे उनके घरों में आप कार्यकर्ता और विधायक पहुंच रहे हैं।
विजय गोयल ने दूषित पानी के लिए दिल्ली जल बोर्ड के मुखिया सीएम अरविंद केजरीवाल और टैंकर माफिया को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को केंद्र से मिले 900 करोड़ रुपये का हिसाब देना चाहिए।
दूषित पानी देकर केजरीवाल लोगों की उम्र 10 वर्ष कम कर रहे हैं- प्रवेश वर्मा
उधर, भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने खराब हवा और दूषित पानी देकर दिल्लीवासियों की उम्र दस वर्ष कम कर रहे हैं। दिल्ली में 20 फीसद लोग आरओ का खर्च नहीं उठा सकता। दिल्ली जल बोर्ड के कार्यालय में सात लाख से ज्यादा दूषित पानी की शिकायत की गई। सरकार को बताना चाहिए कि शिकायतों पर क्या कार्रवाई की गई। ग्रामीण इलाके में पानी नहीं पहुंच रहा है। जहां पानी पहुंच रहा है वह जहर है।
सीएम बताएं सचिवालय और मुख्यमंत्री आवास में क्यों लगे आरओ
वहीं भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 2015 में केंद्र सरकार ने दिल्ली को पानी के लिए 900 करोड़ दिए थे। दिल्ली के पास पानी फिल्टर करने के लिए पर्याप्त संयंत्र नहीं है। लोग आरओ लगाने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री बताएं कि यदि स्वच्छ पानी की आपूर्ति हो रही है तो सचिवालय और मुख्यमंत्री आवास में आरओ क्यों लगाए गए हैं।