दिल्ली में सत्ता प्राप्ति के लिए कड़ा संघर्ष कर रही भाजपा ने शुक्रवार को अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। 57 प्रत्याशियों की लिस्ट में भाजपा ने अधिकांश पुराने प्रत्याशियों पर दांव लगाया है। पार्टी नेताओं का दावा है कि इस बार भाजपा सत्ता में वापसी करेगी। भाजपा की रणनीति और उसके चुनावी मुद्दों को लेकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने हिन्दुस्तान के साथ वार्ता के अंश…
भाजपा ने पहली सूची जारी कर दी है। अधिकांश पुराने नाम हैं। प्रत्याशियों के चयन के बाद भाजपा की क्या संभावनाएं देख रहे हैं?
पार्टी में प्रत्याशी चयन के लिए पूरी प्रक्रिया है। सबसे बड़ी बात प्रत्याशी का जिताऊ होना है। दिल्ली की जनता ‘आप' सरकार को देख चुकी है। झूठ के नाम पर सरकार चलाई जा रही है। हम दिल्ली की सत्ता में वापस आ रहे हैं।
पहली लिस्ट में 57 नाम हैं। क्या 13 सीटों पर सहमति नहीं है? मुख्यमंत्री के सामने कौन चुनाव लड़ेगा?
नहीं, ऐसा नहीं है। पार्टी सभी स्तर पर मंथन कर टिकटों की घोषणा कर रही है। कल दूसरी लिस्ट भी जारी हो जाएगी। सीएम के सामने भी जीतने वाले प्रत्याशी को उतारा जाएगा।
दिल्ली में भाजपा किन-किन मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी?
कुछ काम ही नहीं हुआ है। पूरी दिल्ली में समस्या है। प्रदूषण और गंदा पानी दिल्ली के लिए बड़ा मुद्दा है। अगर केंद्र के प्रयास से पेरिफेरल एक्सप्रेस वे नहीं बनता तो दिल्ली में प्रदूषण का क्या हाल होता? दिल्ली सरकार ने इन मुद्दों पर कुछ नहीं किया। सीवर, सड़क, पानी सभी के लिए जनता परेशान है। हम दिल्ली के लिए पूरा संकल्प पत्र जारी करेंगे।
‘आप' सरकार की मुफ्त योजनाओं को चुनाव में कितनी बड़ी चुनौती मानते हैं?
जनता सब जानती है। साढ़े चार साल तक कुछ काम नहीं किया गया। अब आखिर में कुछ मुफ्त योजनाओं की घोषणा की गई है। अगर ‘आप' सरकार का मन साफ था तो जनता को पूरे पांच साल इन योजनाओं का लाभ देना चाहिए था। जिन मुद्दों को लेकर ‘आप' ने चुनाव लड़ा था, सभी को भुला दिया गया है। उन्होंने ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाया है, जिन पर आरोप है। दिल्ली की जनता निगम और लोकसभा के चुनाव में उसे नकार चुकी है।
सीएए और एनआरसी चुनाव में कितना बड़ा मुद्दा बनेगा?
ये चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेंगे। ‘आप' और कांग्रेस इस तरह के आंदोलन के पीछे हैं। यह कानून किसी की नागरिकता वापस लेने के लिए नहीं है। दिल्ली के लोग देख रहे हैं कि किस तरह शाहीन बाग में एक महीने से सड़क बंद है। लोगों को जाम से जूझना पड़ रहा है। कौन लोग हैं जो प्रदर्शन करवा रहे हैं। इसके खिलाफ दिल्ली की जनता वोट करेगी।
पहली बार भाजपा बगैर सीएम प्रत्याशी के चुनाव लड़ रही है?
कई राज्यों में पार्टी ने बगैर सीएम प्रत्याशी चुनाव लड़ा। वहां अच्छे परिणाम मिले हैं। दिल्ली में संगठन और मोदी सरकार के काम के आधार पर चुनाव लड़ा जा रहा है।
आपका नाम भी सीएम प्रत्याशी के लिए चर्चा में था। आप विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। क्या आप दिल्ली की स्थानीय राजनीति में सक्रिय नहीं रहेंगे।
नहीं ऐसा नहीं है। मैं पहले भी लोकसभा चुनाव लड़ा हूं। अब राज्यसभा से सासंद हूं। केंद्र सरकार में मंत्री रहा हूं। उसी तौर पर भूमिका है। बाकि हमारे यहां सभी फैसले संगठन से लिए जाते हैं।