– दिल्ली के स्कूलों पर गन्दी राजनीति खुद अरविन्द केजरीवाल ने की है- गोयल ;
– अपनी झूठी राजनीति से दिल्ली के स्कूली बच्चों का अपमान केजरीवाल कर रहे हैं- गोयल
– गोयल ने दी केजरीवाल, सिसोदिया को चुनौती, कहा चलिए मेरे चुने दिल्ली सरकार के स्कूल में ;
– केजरीवाल घर का बड़ा बेटा बन रहे है पर बड़े बेटे की जिम्मेदारियां नहीं निभा पाए- गोयल
-मुस्तफाबाद में दिल्ली सरकार के स्कूल चले जाएं केजरीवाल, हो जाएगा दूध का दूध और पानी का पानी- गोयल
नयी दिल्ली, 25 जनवरी, 2020 : सांसद और पूर्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल ने केजरीवाल को गृह मंत्री अमित शाह जी पर इंजाम लगाने और 'स्कूलों पर गन्दी राजनीति' की टिप्पणी पर कहा कि दिल्ली कि शिक्षा नीति पर सिर्फ और सिर्फ अरविन्द केजरीवाल ने गन्दी राजनीति की है. असल बात तो ये है कि दिल्ली के बच्चों का अपमान केजरीवाल ने खुद ही किया है.
गोयल ने कहा कि केजरीवाल मुस्तफाबाद में दिल्ली सरकार के स्कूल हो आएं. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. एक ही क्लास में बच्चें दो तरफ बैठ कर पढ़ रहे हैं, बच्चों को पहाड़े नहीं आते, स्कूल की हालत भी जर्जर है.
गोयल ने बताया कि उन्होंने 10 जनवरी को केजरीवाल से दिल्ली की शिक्षा नीति पर 10 सवाल किए था पर आज तक उनका जवाब नहीं मिला. गोयल ने बताया कि कई स्कूलों में तो बच्चे 'ए फॉर एप्पल' तक नहीं जानते हैं. केजरीवाल जी को शायद ये नहीं पता की सिर्फ पब्लिसिटी करने से स्कूलों की हालत नहीं सुधरती. उसके लिए काम भी करने पड़ते हैं.
दिल्ली सरकार के स्कूलों की हालत ये है कि-
· 2.5 लाख बच्चे शिक्षा स्कूलों से बाहर हो गए क्योंकि उन्हें दिल्ली सरकार ने दोबारा दाखिला देने से मना कर दिया.
· 2018 में सिर्फ 9वी कक्षा में ही 76000 बच्चे फेल हो गए.
· शिक्षा बजट का बस 30 % ही खर्च हुआ.
· ईडब्लूएस के बच्चे प्राइवेट स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं, दिल्ली सरकार के स्कूलों में सीटें खाली पड़ी हैं.
· दिल्ली सरकार के 900 में से 595 स्कूलों में प्रिंसिपल के पद खाली पड़े हैं.
· 17000 अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं.
· पांच सालों में 500 नए स्कूल खोलने का वादा किया था पर एक भी नहीं खोला.
· एक-एक क्लास में 80 -80 बच्चे बैठ कर पढ़ने को मज़बूर हैं.
· केजरीवाल का एक भी विधायक या मंत्री अपने बच्चों को दिल्ली सरकार के स्कूलों में नहीं भेजता.
गोयल ने केजरीवाल पर वार करते हुए कहा कि केजरीवाल खुद को बड़ा बेटा बता रहे हैं पर बड़े बेटे की जिम्मेदारियां नहीं निभा पाए. दिल्ली को प्रदूषण का जहर दे दिया, शिक्षा के बारे में झूठ बोला और खुद का किया एक काम नहीं गिनवा पाए. हालत इतनी खराब है कि सुप्रीम कोर्ट को भी कहना पड़ा कि "दिल्ली को नरक बना दिया".