– पानी के संकट पर केजरीवाल सरकार पर जमकर बरसे विजय गोयल
– गोयल ने पूछे पानी पर पांच सवाल, चुप क्यों हैं केजरीवाल
– गली-गली और मोहल्ले-मोहल्ले पानी संकट पर होगा आन्दोलन
– कोविड न होता तो, पानी संकट पर लोग सड़कों पर होते- जय प्रकाश
नई दिल्ली 22 जून, 2021: दिल्ली में केजरीवाल सरकार के शासन में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर गई है। खुद सरकार ने विज्ञप्ति जारी की है कि दिल्ली में कहां-कहां पर पानी नहीं आ रहा है। दिल्ली में पानी बहुत कम आ रहा है और जितना भी आ रहा है, वह बहुत गंदा आ रहा है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल व पूर्व महापौर जयप्रकाश के नेतृत्व में आज पानी की भयंकर समस्या को लेकर बारा टूटी चैक पर सैंकड़ों भाजपा कार्यकत्र्ताओं के साथ धरना दिया।
गोयल ने कहा जल बोर्ड भी इस बात को मानता है कि अमोनिया प्रदूषण और एलैगी के कारण पानी का संकट बढ़ा है, जिसके कारण वजीराबाद, चंद्रावल, ओखला में पानी के उत्पादन पर बुरा असर हुआ है।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल की वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें वो 2013 में कह रहे थे कि दिल्ली के हरेक घर में नल से साफ पानी आएगा, फिर यही बात 2015 में कह रहे हैं, फिर 2017 और अब 2019 में भी यही कह रहे हैं कि दिल्ली के हर घर में 5 साल में नल से साफ पानी आएगा।
गोयल ने कहा कि दिल्ली में 3300 मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता है और केवल 2034 लीटर मिलियन पानी ही उपलब्ध है। ऐसे में जब दिल्ली में पाइपलाइन ही नहीं बिछी हुई तो जो थोड़ा-बहुत पानी है, वह भी कैसे पहुंचेगा। दिल्ली की जनता को टैंकरों से पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है।
गोयल ने कहा कि टैंकर माफिया को फायदा पहुंचाने के लिए जान-बूझकर केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में पाईप लाइन नहीं बिछाई। दिल्ली में टैंकर माफिया जमकर पानी में लूट मचा रहा है। जल बोर्ड में भारी भ्रष्टाचार है।
गोयल व जय प्रकाश ने केजरीवाल से पांच प्रश्न पूछे हैं –
1. दिल्ली में पिछले 6 साल में कितने किलोमीटर पाईप लाइन बिछाई ?
2. यमुना को क्यों साफ नहीं किया गया ?
3. दिल्ली में गंदे पानी की कितनी शिकायतें आई हैं?
4. दिल्ली में कितने प्रतिशत पानी रिसाव के कारण बर्बाद हो जाता है ?
5. दिल्ली जल बोर्ड कितने सालों से कितने घाटे में है ?
जयप्रकाश ने कहा कि अनधिकृत कालोनियों में पानी का बहुत बुरा हाल है। लोग बोतलों में अपने घरों का गंदा पानी लाकर दिखा रहे हैं। पानी की कमी और गंदे पानी के लिए दिल्ली की जनता केजरीवाल को माफ नहीं करेगी। अगर कोविड न होता तो लोग केजरीवाल सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आते।
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