संसद के बनाए कानून की गलत व्याख्या कर एक समुदाय को भड़काकर हिंसा करवाने वाले देशद्रोही
जेएनयू में हिंसा की जांच होगी तो विपक्षी पार्टियां बेनकाब हो जाएंगी .- गोयल
नई दिल्ली, 7 जनवरी, 2020: सांसद एवं पूर्व अध्यक्ष दिल्ली भाजपा विजय गोयल के नेतृत्व में आज नागरिकता संशोधन कानून और जेएनयू हिंसा मुद्दे को लेकर सदर बाजार से चांदनी चैक तक शांति मार्च निकाला गया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पूरी पदयात्रा में भाग लिया और लोगों को संबोधित किया। नित्यानंद राय के साथ सैंकड़ों कार्यकत्र्ताओं ने पदयात्रा की। पदयात्रा में लोग नारे लगा रहे थे, ‘प् ेनचचवतज प्दकपं ब्।।’ ‘नागरिकता संशोधन कानून पर गुमराह करना बंद करो – बंद करो।’
गोयल ने कहा कि विरोधी पार्टियां देश में हिंसा फैलाना चाहती हैं, क्योंकि प्रजातांत्रिक तरीके से जनता ने उनको नकार दिया है। नागरिकता संशोधन कानून संसद से संविधान के अनुसार पास हुआ है फिर भी उसके बारे में लोगों को गुमराह किया जा रहा है, खासतौर से मुस्लिम समुदाय को भड़काया जा रहा है।
गोयल ने कहा वो सब देशद्रोही हैं जो संसद के बनाए कानून की गलत व्याख्या कर रहे हैं और सड़कों पर एक धर्म, समुदाय को भड़का कर हिंसा करवा रहे हैं और यह काम दिल्ली नहीं, पूरे देश में करने की साजिश है।
गोयल ने कहा पहले जामिया और फिर जेएनयू में भी एक या दूसरे कारण से कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी हिंसा फैलवा रही है। ठोस सबूत सामने आए हैं कि जेएनयू की छात्र संघ अध्यक्षा ए.सी. घोश जेएनयू में नकाबपोशों के साथ दंगा करवा रही थी। इसीलिए उनके और अन्य 22 छात्रों पर एफआईआर की गई है।
गोयल ने कहा कि अब कार्यकर्ता डोर टू डोर जाएंगे और सीएए के बारे में समझाएंगे। सीएए चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेगा।
गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का आधार मानवीय है, संवेदना के आधार पर भारत की परम्परा के अनुसार और जिस चीज के लिए दुनिया हिन्दुस्तान को जानती है, भारत संविधान के अनुरूप और कानून के अनुसार प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के संकल्प से यह लागू हुआ है। भारत पाकिस्तान के विभाजन के बाद पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों के साथ जो अत्याचार हुए उन विस्थापित अल्पसंख्यकों की रक्षा हेतु यह कानून लाया गया है। इससे किसी को नुकसान नहीं है। इसको लेकर जो भ्रम फैला रहे हैं, वे चाहते हैं कि भारत की भूमि पर अशांति रहे। देश की अखंडता और शांति के लिए सबको एकजुट रहना चाहिए, उनके बहकावे में नहीं आना चाहिए।
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