– दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं या केवल आम आदमी पार्टी के नेता
– एमसीडी के साथ सौतेला व्यवहार इसलिए ताकि आरोप लगा सकें
– मुख्यमंत्री केजरीवाल एमसीडी पर आरोप लगाने से पहले खुद के गिरेबान में झांके
– केजरीवाल ने सिद्ध किया कि एमसीडी, दिल्ली और केन्द्र में एक ही पार्टी की सरकार हो
नई दिल्ली, 9 जनवरी, 2020: सांसद एवं पूर्व अध्यक्ष दिल्ली भाजपा विजय गोयल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के बयान को बहुत अफसोसजनक बताया ।
गोयल ने कहा कि गर्वंनेंस के दो माॅडल बताने वाले मुख्यमंत्री केजरीवाल एमसीडी के ऊपर आरोप लगाने से पहले भूल गए कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली को नरक बना दिया है। ये शब्द किसी और के नहीं सुप्रीम कोर्ट के दिल्ली में प्रदूषण को लेकर थे। दिल्ली की जनता ने उनके माॅडल को बुरी तरह से नकार दिया। जिस भाजपा पर वे एमसीडी को लेकर आरोप लगा रहे हैं, दो साल पहले तीनों एमसीडी वे हार गए और लोक सभा में 7 में से 5 सीटों पर उनके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
केजरीवाल कल एमसीडी पर आरोप लगा सकें, इसलिए 5 साल तक केजरीवाल ने एमसीडी के साथ सौतेला व्यवहार किया और फंड नहीं दिए ताकि वे आज प्रेस कांफ्रेंस कर सके। 9 हजार करोड़ रूपए दिल्ली सरकार ने एमसीडी को देने थे, जो सिर्फ इसलिए नहीं दिए ताकि नगर निगम काम न कर सके, फिर भी नगर निगम ने अपनी ताकत से ज्यादा काम किया है। एक तरफ हमारी केन्द्र सरकार है, जिसने दिल्ली के लिए लगातार योजनाएं और प्रोजेक्ट्स दिए, उदाहरण के लिए ईस्टर्न-वेस्टर्न पेरिफेरिवल व अन्य। अगर हम भी दिल्ली सरकार को बदनाम करना चाहते तो हम भी दिल्ली के लिए योजनाएं नहीं देते।
आज केजरीवाल एमसीडी पर आरोप लगा रहे हैं, उस सबके उतने ही दिल्ली के मुख्यमंत्री होने के नाते वे भी जिम्मेदार हैं, जितना वे हमें बता रहे हैं। क्या वे बताएंगे कि उन्होंने कब-कब एमसीडी के साथ या कमिश्नर के साथ मीटिंग की और मिलकर काम करने की योजनाएं बनाई ?
दूसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने से पहले केजरीवाल अपने गिरेबान मंे झांक लें। विजय गोयल ने तो सबसे ज्यादा महाभ्रष्ट दिल्ली सरकार को बताया है, उनके सभी विभागों में बहुत भ्रष्टाचार है, इसलिए उनके 7 में से 3 मंत्रियों को हटाना पड़ा और 32 विधायकों पर भ्रष्टाचार से लेकर महिला उत्पीड़न के आरोप हैं। केजरीवाल जी उसका भी जवाब दे दो।
गोयल ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल हवा में बातें कर रहे हैं। नगर निगम के जिन 109 स्कूलों को बंद करने की वे बात कर रहे हैं, वे बंद नहीं, अपितु दूसरे स्कूलों में शिफ्ट हुए हैं। दिल्ली सरकार के स्कूलों मंे पिछले एक साल में ढाई लाख बच्चे कम हो गए और अकेले 9वीं कक्षा में 1,54,000 बच्चे पास और 76,000 बच्चे फेल हो गए। ये तो एक साल के आंकड़ें हैं, 5 साल में क्या हुआ होगा, ये केजरीवाल बताएं।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल ने यह सिद्ध कर दिया है कि केन्द्र और दिल्ली में एक ही पार्टी की सरकार होनी चाहिए, तभी तालमेल से काम होगा। केन्द्र और एमसीडी में पहले ही भाजपा है इसलिए अगर दिल्ली में भी भाजपा की सरकार होगी तो इस तरीके के आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगेंगे।
गोयल ने बताया कि दिल्ली सरकार ने एक भी नया स्कूल, काॅलेज, अस्पताल नहीं खोला, अगर खोला होता तो छोटे-छोटे कमरे स्कूलों में नहीं बनाने पड़ते और पटरियों पर मोहल्ला क्लिनिक नहीं बनाने पड़ते, बल्कि अच्छे अस्पताल और डिस्पेंरियां बना देते।
एक मुख्यमंत्री के लिए यह बहुत शर्मनाक बात है कि वह अपनी ही एमसीडी से सौतेला व्यवहार करते रहे और अब आरोप लगाने बैठ गए। गोयल ने कहा कि 5 साल में केजरीवाल ने किया दिल्ली का बुरा हाल। प्रदूषण और गंदा पानी इसका उदाहरण है। इसका सबसे बड़ा सबूत तो यह है कि उनको अंतिम दो महीनों में मुफ्त की घोषणाएं और करोड़ों रूपए विज्ञापनों पर खर्च करने पड़े ,यहां तक कि टेलीविजन पर प्रायोजित झूठे कार्यक्रम करवाने पड़ रहे हैं।
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