– फिर एक बार गोयलने झुग्गी में किया रात्रि निवास;
-गोयल कि सिसोदियाको चुनौती, उन्हीं कीविधानसभा पटपरगंज की झुग्गियां देख आएं;
– घंटो लाइन मेंलगने के बाद झुग्गीवालों को मिलता है गन्दा पानी- गोयल;
-अपने ही क्षेत्रमें जब पानी नहीं दे पा रहे सिसोदिया तो बाकी दिल्ली का क्या हाल होगा- गोयल?
नई दिल्ली, 28 जनवरी, 2020 : सांसद और पूर्व दिल्लीभाजपा अध्यक्ष विजय गोयल आज पटपरगंज विधानसभा में महात्मा गाँधी कैंप की झुग्गियों, शशि गार्डन में रात्रिप्रवास कर लौटे. गोयल ने बताया कि कल शाम को उन्होनें पहले पदयात्रा की फिर झुग्गीमें खाना खाया और फिर झुग्गी के ही निवासी नन्हे सिंह के यहाँ रात्रि प्रवास किया.गोयल ने वहां की झुग्गियों की हालत देख कर वही के पटपरगंज से विधायक औरउपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को चुनौती दी कि वह अपने क्षेत्र में उनके साथ चलेंऔर खुद ही हालत देख लें. रात 1 बजे तक गोयल वहां उनसे मिलने आए सैंकड़ों की संख्यामें नौजवान, बच्चे और बुजुर्गों के साथ चाय पर चर्चा करतेरहे. गोयल ने बताया कि जो उन्हें लोगों से पता चला वो चौकानें वाला है. झुग्गी क्षेत्र महात्मा गाँधी कैंप में अंदरजाते ही गोयल को महिलाओं की पानी भरने के लिए लम्बी-लम्बी लाइनें दिखी. गोयल को देख कर महिलाओं ने कहा कि"देख लीजिये नेता जी,हमारे यहाँ पानीकी ये हालत है". गोयल ने बताया कि वह जितने भी लोगों से मिले सबने यही शिकायतकी कि सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र में पानी गन्दा आता है. लोगों ने इसके वीडियोतक बना रखे थे. गोयल ने सवाल किया कि जब सिसोदिया जी अपने ही क्षेत्र में पानीनहीं दे पा रहे तो बाकी दिल्ली का क्या हाल होगा?गोयल ने बताया कि झुग्गी में सीवर की भी समस्याहै. सीवर हमेशा भरे रहते हैं और काम नहीं करते. जिसके कारण लोगों को ख़ासा परेशानीउठानी पड़ती है. झुग्गी की गलियों में मोटी-मोटी तारें लटक रही हैं जिससे लोगों कीजान को खतरा है. गली में घुसने तक के लिए तारों के नीचे से झुक कर जाना पड़ता है.जिस झुग्गी में गोयल रुके थे, उसका भी यही हाल था. सारी सड़कें भी टूटी हुई हैं जिससेएक्सीडेंट का डर बना रहता है. गोयल से मिलने वाले बच्चों ने शिकायत की किउनके स्कूल में पढाई होती नहीं है, आधे से ज्यादा बच्चे जो सरकारी स्कूलों में फेल हो गए थेउन्हें दोबारा दाखिला नहीं दिया गया. वहां मौजूद लोगों ने शिकायत की कि सिसोदियाजी जिनका पटपरगंज विधानसभा क्षेत्र है वहां आते ही नहीं हैं और जब आते हैं तोसुनते नहीं, जब सुनते हैं तोकाम नहीं कराते. गोयल ने कहा कि शाहीन बाग़ दिल्ली की झुग्गियोंतक में मुद्दा बना हुआ है. जब लोगों से वहां लोगों से सवाल किया कि यहाँ क्योंशाहीन बाग़ मुद्दा बना है तो उनका कहना था कि अगर दिल्ली में सुरक्षा और शान्तिचाहिए तो शाहीन बाग़ एक जरुरी मुद्दा है. अभी कुछ दिन पहले ही गोयल ने कीर्ति नगर कीचूना भट्टी झुग्गी में भी रात्रि प्रवास कर एक सर्वे रिपोर्ट तैयार की थी. गोयल काकहना है कि ये एक आँख खोलने वाला अनुभव है और हर नेता को कम से कम एक रात झुग्गीमें बितानी चाहिए ताकि वह लोगों की समस्याओं को समझ पाएं.