– मुफ्त यात्रा का क्या फायदा जब दिल्ली में बसें ही नहीं रहेंगी- गोयल;
– जान हथेली पर रख कर दिल्लीवाले कर रहे हैं डीटीसी की बसों में सफर- गोयल;
– पिछले पांच सालो में बसों की संख्या घट कर 3500 रह गयी- गोयल;
नयी दिल्ली, 29 जनवरी, 2020: सांसद और पूर्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल ने दिल्ली सरकार को पिछले पांच सालों में दिल्ली में बस 25 बसें लाने पर आड़े हाथों लिया. गोयल आज अपने निवास 10 , अशोक रोड पर लोगों से 'चाय पर चर्चा' पर मिले और उनसे बातचीत की.
बातचीत के दौरान सतपाल भाटिया ने गोयल को बताया की कि डीटीसी की बसों की हालत काफी खराब है. रोज़ ही उन्हें जान हथेली पर रख के बस में लटक कर सफर करना पड़ता है. जो मार्शल दिल्ली सरकार ने नियुक्त किये हैं वो भी कुछ नहीं करते.
गोयल ने बताया कि हालत इतनी खराब है कि पिछले पांच सालों में बस 25 बसें आयी हैं. जिस केजरीवाल सरकार ने पांच साल पहले 11000 बसें लाने का वादा किया था वो मात्र 25 बसें ही ला पायी. कोर्ट से भी कई बार इस कारण दिल्ली सरकार को फटकार लगी है. जहाँ 2015 में दिल्ली में 5000 बसें थी वो अब घट कर 3500 रह गई हैं. बसों के रूट भी घट गए.
गोयल ने बताया कि बसों में जो महिलाओं के लिए सिक्योरिटी बटन लगे थे वो नहीं चलते और मार्शल भी ध्यान नहीं देते. सिर्फ महिलाओं के यात्रा फ्री करने से केजरीवाल अपनी जिम्मेदारियों से नहीं बच सकते. फ्री बस यात्रा का फायदा लेने के लिए पहले बसें होनी भी तो चाहिए.
गोयल अभी कुछ दिन पहले एक बस स्टैंड देख कर आये थे जो टूटा-फूटा पड़ा था और ना ही उस पर शेड था. कई स्टॉप तो ऐसे हैं जहाँ बस स्टैंड ही नहीं है.
लोगों ने बताया कि ड्राइवर अक्सर ही बस रोकते नहीं हैं और बसों के इंतज़ार में उन्हें घंटों खड़ा रहना पड़ना है. लोगों ने शिकायत करते हुए गोयल को बताया कि केजरीवाल ने बड़े जोर-शोर से पोर्टेबिलिटी कार्ड कि शुरुआत की तो थी पर वो चलते नहीं हैं. इससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है.
गोयल ने बताया कि डीटीसी के कर्मचारी भी काफी हतोत्साहित हैं. डीटीसी ने एक रेजोलुशन पास किया था जिसमें कहा था कि अगर अब नयी बसें नहीं आयी तो 2025 तक बस 5000 का स्टाफ रह जाएगा बस एक भी नहीं.
गोयल ने कहा केजरीवाल ने अखबार में अपना चेहरा चमकाने के लिए करोड़ों के विज्ञापन निकाल दिए कि बसें आयी हैं पर बसों कि संख्या उल्टा घट गयी. केजरीवाल ने सिर्फ और सिर्फ दिल्ली के लोगों को झूठ कह कर गुमराह किया है.