-निर्भया कि फांसी टालने से मिल रही है और अपराधियों को शह: गोयल;
– फांसी टलना है निर्भया के माता-पिता के साथ ज्यादती: गोयल;
-केजरीवाल न करें महिला सुरक्षा पर राजनीति-गोयल;
-केजरीवाल से गोयल ने किया सवाल, कहाँ गए 12 फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट?
नयी दिल्ली, 01 फरवरी, 2020 : सांसद और पूर्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल ने निर्भया के दोषियों की फांसी टालने पर अफ़सोस जताते हुए कहा कि यह निर्भया के माता-पिता के साथ ज्यादती है. उनका कहना था कि केस दोबारा अटक गया है. संवेदना जताते हुए गोयल ने कहा कि निर्भया के साथ हुए अपराध को 7 साल से ज्यादा हो गए हैं पर निर्भया के साथ इंसाफ अब तक नहीं हो पाया है.
गोयल ने कहा कि निर्भया के माता-पिता का कहना है कि केजीरवाल सरकार ने इतने साल निर्भया के दोषियों को बचा कर रखा. खुद दिल्ली सरकार के वकील ने पहले भी कोर्ट में यह कह कर दोषियों की फांसी रुकवाई थी कि क़ानून व्यवस्था के अनुसार निर्भया के हत्यारों को अभी फांसी नहीं दी जा सकती है. इससे पहले भी कई बार निर्भया की माँ ने भी केजरीवाल सरकार के ऊपर केस में रोड़े अटकाने का इल्जाम लगाया था.
गोयल ने कहा कि निर्भया के दोषियों कि फांसी की सजा बार-बार टालने से यही सन्देश जा रहा है कि कितना भी गलत काम कर लो, आपको कुछ होगा नहीं. फांसी सिर्फ दोषी को सजा देने के लिए नहीं होती, इससे काम होता है कि लोगों तक सन्देश जाए कि अगर वह ऐसे काम करेंगे तो उनको भी फांसी होगी.
गोयल ने कहा कि इससे उन लोगों को शह मिलती है जो आपराधिक कामों में लिप्त होते हैं. गोयल ने कहा यह शर्मनाक है कि जो लोग 2012 में अपराधियों के खिलाफ मार्च निकल रहे थे उन्होंने ही 7 सालों तक निर्भया के हत्यारों का मामला टाला.
गोयल ने गौर फरमाते हुए कहा कि एक तरफ निर्भया के दोषियों की फांसी टल रही है और दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री केजीरवाल महिला सुरक्षा पर राजनीति कर रहे हैं. पिछले पांच सालों में 15 लाख सीसीटीवी लगने थे, नहीं लगे. बसों से महिला सुरक्षा बटन नदारद हैं, जीपीएस भी चलता नहीं. स्ट्रीट लाइट का भी कुछ नहीं हुआ.
गोयल ने केजीरवाल से सवाल किया कि जो दिल्ली में 12 फ़ास्ट-ट्रैक कोर्ट बनने थे वो कहाँ हैं? फ़ास्ट-ट्रैक कोर्ट का यही उद्देश्य था कि निर्भया के माता-पिता की तरह किसी और को इंसाफ पाने के लिए इतना लम्बा इंतज़ार ना करना पड़े.