– केजरीवाल की छवि और चरित्र की चिंता हो गई है – गोयल ;
– जब लंका जल गई तब हनुमान चालीसा पढ़ने का क्या फायदा- गोयल;
– हनुमान चालीसा गा कर ढोंग ना करें केजरीवाल, जनता समझ रही है कि केजरीवाल ने की देश तोड़ने की राजनीति- गोयल;
-केजरीवाल खुद पहले सीखें देशभक्ति, फिर लागू करने का सोचें देशभक्ति पाठ्यक्रम- गोयल
नई दिल्ली, 4 फरवरी, 2020 : सांसद और पूर्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल ने केजरीवाल के हनुमान चालीसा गाने पर गोयल ने कहा कि हालात यह हो गए हैं कि केजरीवाल को टीवी में हनुमान चालीसा पढ़नी पड़ रही है. उन्होंने सवाल किया कि जब लंका जल गई तब हनुमान चालीसा पढ़ने का क्या फायदा? गोयल ने कहा कि की जब टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ केजरीवाल मिल गए, शाहीन बाग़ के समर्थन में खड़े हो गए, खालिस्तानियों के समर्थकों के घर जाते हैं, बाटला हाउस के आतंकियों के साथ खड़े होते हैं, और सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे जिसे पाकिस्तानी चैनलों ने अपने यहाँ चलाया भी, इससे केजरीवाल का चरित्र और छवि दोनों खराब हो गई. अब हनुमान चालीसा गानी पड़ रही है. गोयल ने केजरीवाल को सलाह दी की वह पहले खुद देशभक्ति सीखें, फिर पाठ्यक्रम लागू करने का सोचें.
गोयल ने कहा केजरीवाल सिर्फ एक-तरफ़ा बात करते हैं और एक समुदाय-विशेष को खुश कर वोट जीतने की कोशिश कर रहे हैं. खुद आम आदमी पार्टी रोज तैयार और प्लानिंग कर रही है कि दिल्ली में दंगे हो जाएं और आरोप भाजपा पर लगा रही है. गोयल ने सवाल किया कि केजरीवाल इस तरह की ब्यानबाज़ी कर चुनाव को क्या दिशा देना चाह रहे हैं?
गोयल ने कहा कि केजरीवाल हनुमान चालीसा गा कर यह सबूत देना चाहते हैं कि वह अपनी संस्कृति और सांस्कारों का ढोंग कर रहे हैं क्योंकि जनता कहने लगी है कि आप देशहित की बात नहीं करते और देश तोड़ना चाह रहे हैं. इसी वजह से जिस दिन से आम आदमी पार्टी बनी है, एक के बाद एक लोग छोड़ कर जा चुके हैं फिर वो चाहे प्रशांत भूषन हो, योगेंद्र यादव हो, कपिल मिश्रा या शज़िआ इल्मी हों.
गोयल ने कहा केजरीवाल ने इसी तरह पहले सिर्फ मोदी जी को गाली देने का काम किया और फिर माफियों की झड़ी लगा दी.