• गोयल ने रखा दिन भर का “सजगता उपवास” ।
• केजरीवाल सरकार की लापवाहियों से दिल्ली मे हुए कोरोना के 6000 केस।
• केजरीवाल सरकार के झूठों से लोग सजग रहें। मजदूरों का रजिस्ट्रेशन पोर्टल बंद।
8 मई 2020, नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को गंभीरता से न लेने पर आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने दिन भर का सजगता उपवास रखा। उन्होने कहा हम कोरोना पर राजनीति नहीं करना चाहते हैं पर हकीकत बताना दिल्ली के हित में है।
गोयल ने कहा एक तरफ तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने जिस धैर्य-कुशलता-योजना से 130 करोड़ देशवासियों और सभी राज्यों को एकजुट कर कोरोना के संकट को नियंत्रण में रखा दूसरी तरफ दिल्ली सरकार की लापरवाहियों के कारण दिल्ली के सभी 11 जिले रेड जोन में आ गये हैं और कोरोना संक्रमितों की संख्या 6000 पार कर गई।
विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधुड़ी व नगर निगम में स्थाई समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश (जे.पी.) ने उपवास स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन दिया और कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस व दिल्ली सरकार की मनमानी की रोकथाम जरूरी है।
गोयल ने सवाल किया कि दिल्ली के सभी जोन जब रेड थे तो शराब की दुकाने क्यों खोली गई और खोलनी थी तो प्लानिंग क्यों नहीं की गई कि सोशल डिस्टेंसिंग कैसे होगी और लोग आयेंगे जायेंगे कैसे ? नतीजा तीन दिन में 1500 नये मामले आ गये। राजस्व कमाने के चक्कर में सरकार लोगों का स्वास्थ्य भूल गई।
गोयल ने कहा जब कोरोना में लाॅक डाउन के कारण लोगों के पास रोजगार नहीं है तब डीजल के दाम 7 रूपये और पेट्रोल के दाम 1.67 रूपये क्यों बढ़ाये गये ? हर जीच महंगी हो जायेगी लोग क्या हरियाणा, यू.पी से पेट्रौल, डीजल खरीदेंगे।
गोयल ने कहा आम आदमी पार्टी के संजय सिंह झूठ बोलते हैं कि प्रवासी मजदूरों के जाने का पैसा दिल्ली सरकार दे रही है। 85 प्रतिशत पैसा केन्द्र सरकार और 15 प्रतिशत जिस राज्य के वे मजदूर हैं वह वहन करते हैं। केजरीवाल सरकार ने जो मजदूरों के रजिस्ट्रेशन के लिए जो पोर्टल बनाया है वह ही बंद पड़ा है।
गोयल ने कहा एक मुख्यमंत्री लोगों के जीवन से खिलवाड़ कैसे कर सकता है जनता को केजरीवाल सरकार के झूठों से सजग रहना होगा और कोरोना में अपना ध्यान खुद रखना होगा। यहां तक कि ई-कूपन से राशन भी नहीं मिल रहा।
रामवीर सिंह बिधुड़ी ने कहा दिल्ली के अस्पतालों की दशा ऐसी है कि कोरोना का मरीज पुलिस कांस्टेबल अमित राणा को दिल्ली के किसी भी अस्पताल में जगह नहीं मिली और उसने दम तोड़ दिया। दिल्ली सरकार कह कुछ रही है और कर कुछ रही है। उसका 5-T का फार्मूला फेल हो गया न टेस्टिंग, न ट्रेसिंग, न ट्रीटमेंट, न टीमवर्क और ना ही ट्रेकिंग केवल शराब के लिये ट्रेवलिंग हो रही है।