प्रेस व्यक्तव
नशे को चुनाव में मुद्दा बनाने के लिए गोयल निकालेंगे पदयात्रा
केजरीवाल ने दिल्ली के युवाओं को नशे से बचाने में कुछ नहीं किया – गोयल
गोयल बनाएंगे "नशा मुक्त दिल्ली" को चुनावी मुद्दा
नई दिल्ली, मार्च 30, 2019: केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व भाजपा दिल्ली अध्यक्ष विजय गोयल कल, रविवार 31 मार्च को कीर्ति नगर के जवाहर कैंप से सुबह 9.30 बजे नशे के खिलाफ पदयात्रा निकालेंगे। इस पदयात्रा के दौरान गोयल दिल्ली के युवाओं से बात करके उन्हें इस बात पर जागरूक करेंगे कि किस तरह ड्रग्स, तंबाकू, जुआ व शराब का नशा जीवन को बर्बाद कर देता है। नशीली दवाओं का दुरुपयोग न केवल एक बीमारी है, बल्कि एक अपराध भी है।
गोयल ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में दिल्ली में ड्रग्स की मांग और खपत में भारी वृद्धि हुई है और अब स्थिति ऐसी है कि नौ साल के बच्चे भी नशा करते दिखते हैं। गोयल ने कहा कि ड्रग की समस्या के खिलाफ पंजाब में अरविंद केजरीवाल का अभियान केवल एक नाटक था और कुछ नहीं क्योंकि यदि वह सच में इस मुद्दे पर गंभीर होते तो दिल्ली के बच्चों और कॉलेज के युवाओं को ड्रग्स के खतरनाक जाल में गिरने से बचा लिया होता।
सड़कों पर घूमते बच्चों पर केजरीवाल सरकार द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण ने बताया कि दिल्ली में लगभग 70,000 युवा हेरोइन, कैनबिस व दूसरी नशीली दवाओं का सेवन करते हैं, और करीबन 20,000 युवा तम्बाकू खाते हैं। कई अन्य सर्वेक्षणों ने बार-बार यह सूचित किया है कि दिल्ली की झुग्गियों में 50 प्रतिशत से अधिक युवा नशाखोर हैं।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल नशीली दवाओं के दुरुपयोग (ड्रग एब्यूज) को चुनावी एजेंडा नहीं बनाएंगे क्योंकि उन्होंने इस समस्या पर आज तक एक भी कदम नहीं उठाया। केजरीवाल सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति कार्यक्रम भी इस समस्या का हल खोजने में विफल रहे हैं। गोयल ने कहा कि नशीली दवाओं की लत तेजी से एक गंभीर समस्या बनती जा रही है जिससे आए दिन कई मासूम लोगों के मरने की खबरें भी आती रहती हैं। नशे की लत में पड़े कई बच्चें व युवा अपने स्कूलों और कॉलेजों की पढाई बीच में ही छोड़ देते हैं। गोयल ने कहा कि आगामी चुनावों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को एक प्रमुख मुद्दा बनाएंगे जिससे समय से पहले ही दिल्ली के नई पीढ़ी के स्वास्थ्य और भविष्य को बचाया जा सके।