नई दिल्ली : केन्द्रीय मंत्री एवं दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए केजरीवाल कितने गिर सकते हैं और झूठ बोल सकते हैं, यह इसी से पता चलता है। उन्हें तो यह भी नहीं पता कि ये कच्ची कॉलेनी नहीं, बल्कि अनधिकृत कॉलोनी हैं। भाजपा के लिए ये पक्की कॉलोनियां हैं जिन्हें नियमित करने की जरूरत है। इन 1600 कॉलोनियों में करीब 60 लाख लोग रहते हैं।
विजय गोयल ने कहा कि केजरीवाल ने यह वचन दिया था कि वे इन कॉलोनियों को नियमित करेंगे और इनकी रजिस्ट्री खुलवा देंगे ताकि लोग इन पर लोन ले सकें। वे जब अपना वायदा पूरा न कर सके तो उल्टे भाजपा पर दोष मढ़ने लगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ दिल्ली सरकार इसके लिए जिम्मेदार है क्योंकि उन्होंने इनका लेआउट प्लान, बाउंड्री तय करनी थी, जो इन्होंने साढ़े चार साल में नहीं की। केन्द्र के साथ दिल्ली में भी हमारी सरकार आएगी तो हम दो महीने में इसकी प्रक्रिया शुरू कर देंगे।
विजय गोयल ने कहा कि इससे पहले कांग्रेस ने भी दिल्ली की जनता को धोखा दिया था जब 2013 में अनधिकृत कॉलोनी वालों को प्रोविजनल सर्टिफिकेट देकर शीला दीक्षित ने यह कहा था कि हम इनको नियमित कर देंगे। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों जनता को धोखा दे रही हैं। इस प्रेस वार्ता में विधायक अनिल वाजपेयी, कर्नल देवेन्द्र सहरावत, प्रवक्ता हरीश खुराना, मीडिया प्रमुख अशोक गोयल भी उपस्थित रहे।
वोट बैंक की राजनीति के लिए न्याय न्यूनतम योजना वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के लिए दिल्ली में कांग्रेस पार्टी गरीबों से एक फाॅर्म ‘न्याय न्यूनतम योजना’ के नाम पर भरवा रही है और इसमें यह जताने की कोशिश की जा रही है कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जो यह फाॅर्म भरेगा और जिसकी सालाना आय 1,44,000 से कम है तो उन्हें 6,000 रुपए प्रति माह दिलवाएंगे। उन्होंने चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया है कि कांग्रेस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रियंका गांधी की खुली चुनौती को गोयल ने बताया मजाक गोयल ने कहा कि प्रियंका गांधी प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दे रही हैं कि जीएसटी, नोटबंदी और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर चुनाव लड़कर दिखाएं। वे भूल गई हैं कि गुजरात के चुनाव में भी जीएसटी के बावजूद सूरत में भाजपा ही जीती थी। नोटबंदी के बाद ही उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी और नोटबंदी, जीएसटी और महिला सुरक्षा मुद्दे के बाद ही हम 6 विधानसभा चुनाव जीते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए दुर्योधन और अभद्र भाषा का प्रयोग करना प्रियंका गांधी को शोभा नहीं देती।