मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल के बीच शुक्रवार को ट्विटर पर भिड़ंत हो गई। केजरीवाल ने भाजपा पर विधायकों को खरीद-फरोख्त कर उनकी सरकार गिराने की साजिश रचने आरोप लगाया है। जबकि विजय गोयल ने लेन-देन की बात नहीं करने की सलाह देते हुए कहा कि ऐसा करने पर केजरीवाल को फिर माफी मांगनी पड़ सकती है।
विजय गोयल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि आप के 14 विधायक उनके संपर्क में हैं। सभी आप छोड़ना चाहते हैं। इस पर शुक्रवार सुबह केजरीवाल ने ट्वीट कर गोयल सवाल किया कि ‘बात कहां फंसी है? आप कितना दे रहे हैं? वो कितना मांग रहे हैं?’
इस पर गोयल ने केजरीवाल को नसीहत दी कि वह लेन-देन की बात न करें। नहीं तो एक बार फिर माफी मांगनी पड़ जाएगी। केजरीवाल दिल्ली का विकास नहीं कर पाए तो झूठे आरोप लगा रहे हैं। अपने ही विधायकों को बिकाऊ बता रहे हैं। मकसद से भटकने और केजरीवाल से अपमानित होने की वजह से आप विधायक उनके संपर्क में हैं।
अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट को रि-ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री से सवाल किया कि ‘हर विपक्षी पार्टी के राज्य में विधायक खरीद कर सरकारें गिराओगे? क्या यही जनतंत्र की परिभाषा है? विधायक खरीदने के लिए इतने पैसे कहां से आते हैं?’ पहले भी आप विधायकों को खरीदने की कोशिश हुई है, आप को खरीदना आसान नहीं है।
अब बारी विजय गोयल की थी। गोयल ने केजरीवाल से सवाल किया कि गुगन सिंह को उत्तर पश्चिमी दिल्ली संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाने के लिए खरीदा था क्या? विधान सभा स्पीकर रामनिवास गोयल, भावना गौड़, नरेश बाल्यान को खरीदकर अपनी पार्टी से लड़वाया था क्या? साथ ही केजरीवाल को नसीहत दी कि वह राजनीति का स्तर इतना मत गिराएं।