जागण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भी रोड शो के जरिये शक्ति प्रदर्शन किया। इस रोड शो में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और केंद्रीय मंत्री विजय गोयल समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। टिकट काटे जाने के बाद भी वर्तमान सांसद महेश गिरी रोड शो में शामिल हुए। गंभीर ने गीता कॉलोनी स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके प्रस्तावक विधायक ओमप्रकाश शर्मा के बेटे चेतन शर्मा बने।
रोड शो शुरू होने से पहले विकास मार्ग एक्सटेंशन स्थित जागृति एंक्लेव में पार्षद गुंजन गुप्ता के कार्यालय में हवन कार्यक्रम रखा गया था। गंभीर 10 बजे पहुंचे, लेकिन सुबह आठ बजे से ही यहां कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। गंभीर ने पत्नी, मां और पिता के साथ हवन किया। इस दौरान विधायक ओमप्रकाश शर्मा, जिलाध्यक्ष रामकिशोर शर्मा, भगवत रस्तोगी और राजीव बब्बर ने भी हिस्सा लिया। हवन के बाद रोड शो शुरू हुआ, इसमें प्रदेश महासचिव कुलजीत चहल, मयूर विहार जिलाध्यक्ष ललिल जोशी, महापौर बिपिन बिहारी सिंह, नेता सदन निर्मल जैन, जोन चेयरपर्सन कंचन महेश्वरी, महेंद्र आहूजा, रामनारायण दुबे, बीबी त्यागी, पूर्व महापौर नीमा भगत, स्थायी समिति के डिप्टी चेयरमैन रोमेश गुप्ता, उपमहापौर प्रत्याशी संजय गोयल, मीडिया संयोजक राजेश साहनी शामिल हुए। काफिला आगे बढ़ने पर केंद्रीय मंत्री विजय गोयल और सांसद महेश गिरी इसमें शामिल हो गए। प्रीत विहार पेट्रोल पंप के पास सांसद व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी भी रोड शो में शामिल हुए। इससे पहले गुजरात विहार के निवासियों ने गौतम गंभीर का स्वागत किया। इस दौरान मनोज तिवारी ने लोगों को मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यो की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने गौतम गंभीर को जीत दिलाने की अपील की।
इस दौरान आसपास से गुजरने वाले लोग मनोज तिवारी और गौतम गंभीर को देखने के लिए रूक जाते थे, इस कारण जाम भी लग गया। टिकट की घोषणा से पहले संसदीय क्षेत्र के दोनों जिलों की टीमें कई खेमों में बंट गई थी, लेकिन गंभीर के रोड शो में सभी शामिल हुए। हालांकि रोड शो के दौरान पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने की वजह से कई कार्यकर्ता नाराज हो गए। नामांकन भरने के बाद गंभीर गीता कॉलोनी जिलाधिकारी कार्यालय से पीछे के रास्ते से निकल गए। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि लोकसभा प्रभारी राजीव बब्बर और प्रदेश महासचिव कुलजीत चहल की वजह से ऐसा हुआ। नामांकन के बाद काफी कार्यकर्ता गंभीर का इंतजार जागृति एंक्लेव में लोकसभा के अस्थायी कार्यालय में कर रहे थे।