गोयल सोमवार को मुस्तफाबाद के राजकीय उच्च विद्यालय में जाएंगे, जहां दो हजार बच्चे पढ़ते हैं। वहां पता चला है कि बड़ी संख्या में बच्चे फेल हुए हैं। उन बच्चों के माता-पिता से मिलेंगे और स्कूल जाकर सरकार के दावों की हकीकत जानेंगे। वे अन्य स्कूलों का भी निरीक्षण करेंगे। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को बेवकूफ बनाया गया है की शिक्षा में सुधार हुआ है, लेकिन सच्चाई यह है कि आठवीं कक्षा के बच्चों को एबीसीडी तक नहीं आती है। गोयल ने दावा किया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री सिसोदिया उनके साथ मुस्तफाबाद के स्कूल चलें और हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी दिखाएं तो स्कूलों की वास्तविक स्थिति का उन्हें खुद ही पता लग जाएगा। वे फेल होने वाले जिन बच्चों को दाखिला नहीं मिला, उनके हितों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार एक श्वेत पत्र लेकर आए और उसमें बताए की किस-किस कक्षा में कितने बच्चे फेल होते हैं।