हौज काजी बवाल के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने बुधवार को दिल्ली सरकार को देश में सबसे सांप्रदायिक सरकार करार दिया। गोयल ने कहा कि मंगलवार को वे वहां पहुंचे तो काफी लोगों से घटना की जानकारी लेने का प्रयास किया था। लोगों ने बताया कि पार्किंग को लेकर हुए मामूली झगड़ने को सांप्रदायिक रूप देने में मंत्री इमरान हुसैन की मुख्य भूमिका रही।
गोयल ने कहा कि यह घटना इमरान हुसैन की भूमिका पर कई प्रश्न खड़े कर रही है, लेकिन वोट बैंक की राजनीति के कारण अरविंद केजरीवाल ने अब तक इस पर चुप्पी साधी हुई है। गोयल ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि केजरीवाल सरकार और उनके नेता निहित स्वार्थ के लिए तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देकर जनता को भड़का रहे हों।
दिल्ली में लोकसभा चुनाव के पूर्व भी केजरीवाल सरकार ने विशेष वर्ग का वोट पाने के लिए वक्फ बोर्ड के इमामों के प्रतिमाह भुगतान में 8 हजार रुपये की बढ़ोत्तरी की थी। गोयल ने दिल्ली पुलिस से इमरान हुसैन की भूमिका की जांच कर जल्द सख्त करवाई की मांग की है।