नई दिल्ली, 25 अगस्त, 2019: सांसद व पूर्व अध्य्क्ष भाजपा दिल्ली विजय गोयल ने कहा अरुण जेटली जैसे ईमानदार कर्मठ विद्वान नेता हमारे बीच में से चला गया। मेरा उनका साथ श्रीराम कॉलेज से लेकर मोदी सरकार तक 48 साल का सफर रहा। जेटली जी पर पूरी पुस्तक लिखी जा सकती है। अरुण को दिल्ली से बहुत लगाव था। दिल्ली की राजनीति में उनका काफी मान था चाहे वो दिल्ली के प्रभारी थे या नहीं। दिल्ली भाजपा में कौन अध्य्क्ष होगा इसमें उनकी भी राय ली जाती थी। मेरा उनका कॉलेज से लेकर मोदी सरकार में एकसाथ काम करने का 48 साल का अनुभव रहा। वर्षों तक वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव लड़ाते रहे। दिल्ली युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। बीच बीच में उनका नाम मुख्यमंत्री के लिए भी चलता था पर तब तक वो राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हो गए थे। अक्सर वो मुझ से दिल्ली के विकास पर चर्चा करते। वो चाहते थे कि दिल्ली विश्वस्तरीय राजधानी बने। अक्सर वो दिल्ली के विकास पर आयोजित सेमिनार में भाग लेते। मेरे लाटरी आंदोलन का उन्होंने बहुत समर्थन दिया।हम लोग फुरसत के पल में बहुत विषयों पर चर्चा करते। उनको खाने पीने का बहुत शौक था मेरे घर जब मंगल मिलन का कार्यक्रम होता तो पूछते थे परांठे खिलाओगे क्या। हमारी हवेली धर्मपुरा के कार्यक्रम में हमने पतंग उड़ाई। उनके सब्जो राजनीतिक दलों में दोस्त थे इसलिये वो संकट मोचक का काम आसानी से कर लेते थे। अटल जी की सरकार में जब मैं प्रधाममंत्री कार्यालय में मंत्री बना तो वह बहुत खुश थे। शपथ के बाद मुझे खुद छोड़ने घर तक आएं। पहले वह लोधी गार्डन में सैर करने जाया करते थे। फिर वे मंत्री बनने के बाद अपने घर मे ही सैर करने लगे। कभी-कभी वह मुझे घर ही सैर के लिए बुला लेते थे और फिर गप शप भी हो जाती थी। उनके निधन पर मुझे बहुत दुख है। उस दिन मैं बहुत भावुक हो गया जब वो बोले भगवान ने मुझे सब कुछ दिया सिवाय स्वास्थ के। मेरी आँखों में आंसू थे उनकी यह बात सुनकर ।