विशेष संवाददाता, नई दिल्ली पानी के बकाया बिल और उन पर लगने वाली पेनल्टी माफ करने की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की घोषणा पर बीजेपी के नेता लगातार सवाल उठा रहे हैं। सांसद विजय गोयल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री की इन घोषणाओं को महज चुनावी स्टंट बताते हुए कहा कि सरकार ईमानदारी से बिल भरने वालों को हतोत्साहित कर रही है। प्रेस वार्ता में मौजूद यूनाइटेड रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मांग की है कि जिन लोगों ने अपने पानी के बिल पेनल्टी के साथ भरे हैं, उनके पूरे पैसे सरकार लौटाए। गोयल इस मांग को लेकर 31 अगस्त से सिग्नेचर कैंपेन भी शुरू करेंगे। इसकी शुरुआत मुखर्जी नगर इलाके से होगी। गोयल ने कहा कि दिल्ली सरकार की स्कीम बिल ना भरने वालों को प्रोत्साहित करने वाली स्कीम है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर केजरीवाल ने पिछले चार सालों के दौरान यह घोषणा क्यों नहीं की, जबकि इस दौरान लाखों लोगों ने ईमानदारी से पानी के बिल भरे और पेनल्टी भी दी। दिल्ली में केवल 21 लाख पानी के मीटर लगे हुए हैं। उनमें से भी करीब 7 लाख मीटर खराब हैं। ये ऐसे मीटर हैं, जिनमें हवा फूंकने से भी बिल आ जाता है। इसके अलावा 4 लाख उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनके यहां ऑटोमैटिक मीटर लगे हुए हैं, जो बहुत तेज भागते हैं। अभी तक सरकार इन कमियों का लाभ उठाती रही और अब जब चुनाव नजदीक है, तो एरियर और पेनल्टी माफ करने की घोषणा कर रही है। गोयल ने आरोप लगाया कि दिल्ली जल बोर्ड के भ्रष्टाचार को दबाने के लिए केजरीवाल ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं। पिछले एक साल में जल बोर्ड ने जो टेंडर किए हैं, उनमें भी भारी भ्रष्टाचार हुआ है, जिसका वह पर्दाफाश करेंगे। इसी तरह दिल्ली सरकार ने जो 20,000 लीटर मुफ्त पानी की जो योजना बनाई, उसमें भी लोगों के साथ धोखधड़ी की गई। 7 लाख खराब मीटरों को ठीक ही नहीं कराया और लोगों को प्रोविजनल बिल सरकार थमाती रही।