यी दिल्ली, 14 सितम्बर (वार्ता) पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता विजय गोयल ने प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के वाहनों के आवागमन में सम-विषम फार्मूला लागू करने की घोषणा पर तीखा हमला करते हुए शनिवार को कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में प्रदूषण सबसे बड़ा मुद्दा बनने वाला है।
श्री गोयल ने कहा कि प्रदूषण के नाम पर श्री केजरीवाल दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे हैं और दो पृष्ठों की तरह दोहरा झूठ बोल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को प्रदूषण बढ़ने की आशंका को ध्यान में रखकर चार से 15 नवंबर तक वाहनों के संचालन में सम.विषम फार्मूला लागू करने का एलान किया है।
दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री पीएम 2.5 की बात कर रहे लेकिन पीएम 10 का उल्लेख नहीं करते हैं। पीएम 2.5 का स्तर 115 नहीं 128 है। प्रदूषण के मामले में राजधानी वैश्विक सूचकांक में 112 से 118 नंबर पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि पिछले 55 महीने के दौरान श्री केजरीवाल ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाये और अब जब विधानसभा चुनाव में चंद माह बचे हैं तो प्रदूषण को लेकर उन्हें बहुत चिंता सताने लगी है।
सम-विषम योजना के एलान को राजनीतिक नाटक करार देते हुए श्री गोयल ने कहा कि यह पहले उस समय किया गया था जब दिल्ली में स्कूल बंद थे और अब ऐसे समय करने की घोषणा की गई है जब स्कूल खुले रहेंगे।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी कह चुका है कि सम-विषम फार्मूले से प्रदूषण कम नहीं होने वाला। टेरी की भी यही राय है। बोर्ड का मानना है कि यदि प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए सम-विषम फार्मूला लागू करना है तो इसमें दुपहिया भी शामिल किए जाने चाहिए। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए केजरीवाल सरकार को जो कदम उठाए जाने थे, वे नहीं उठाये गए और अब श्री केजरीवाल सम-विषम का राग अलाप रहे हैं।
श्री गोयल ने कहा जब श्री केजरीवाल स्वयं मान रहे हैं कि दिल्ली में प्रदूषण एक चौथाई कम हो गया है तो सम-विषम फार्मूले की क्या जरूरत है। केंद्र सरकार ने दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए जो कदम उठाये हैं, उनसे आशातीत सफलता मिली है। ईस्टर्न-वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे बन जाने से दिल्ली नहीं आने वाली गाड़ियां बाहर ही बाहर निकल जाती हैं। इससे 65 हजार गाड़ियां दिल्ली में प्रवेश नहीं करती। मेरठ हाई-वे भी बनाया जा रहा है। उधर पंजाब और हरियाणा को पराली नहीं जलाई जाये, इसके लिए मोदी सरकार ने 11 हजार करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं। केंद्र के उपायों से जब प्रदूषण दिल्ली में नियंत्रित होने लगा है तो श्री केजरीवाल राजनीतिक नाटक के लिए सम-विषम फार्मूला लागू कर रहे हैं जिसका विरोध करके राजधानी के लोग स्वयं जवाब दे देंगे।