नई दिल्ली
पीडब्ल्यूडी की सड़कों की हालत सुधारने के लिए दिल्ली सरकार के अभियान को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने चुनावी स्टंट बताया है। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी सरकार पिछले साढ़े चार साल से दिल्ली में सत्ता में है, लेकिन चुनाव पास आने पर ही क्यों इन सड़कों का ख्याल आया? इससे पहले दिल्ली सरकार ने इन सड़कों की सुध क्यों नहीं ली? सड़कों पर गड्ढों पहले भी थे, लेकिन उन्हें ठीक करने की नीयत ही नहीं थी। उन्होंने कहा कि उन अनधिकृत कॉलोनियों का क्या, जहां सड़कें ही नहीं है।
दिल्ली सरकार पर बरसे मनोज तिवारी
तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जनता के हितों के लिए कोई भी ऐसा काम नहीं किया है, जिसके आधार पर वह दोबारा जनता के वोट मांगने जाएं। साढ़े चार सालों के दौरान दिल्ली सरकार ने केवल झूठ और भ्रम ही फैलाया है। सत्ता में आने से पहले आम आदमी पार्टी सरकार ने लोगों से 70 वादे किए थे, लेकिन इनमें से कोई भी ऐसा वादा नहीं है, जिसे सरकार ने पूरा किया हो।
बीजेपी ने केजरीवाल के विकास के दावों को बताया झूठ
सांसद और दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दावा कर रहे हैं कि पांच 5 साल में दिल्ली में विकास के बहुत काम किए, लेकिन उनके ही विधायकों ने झूठे विकास की पोल सोशल मीडिया पर खोल दी है। केजरीवाल ने कहा था कि सड़कों की हालत देखने के लिए हमारे सभी विधायक जाएंगे। जब विधायक सड़कें देखने गए तो उनकी हालत इतनी खराब थी कि उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर सड़कों के गड्ढों को अपलोड कर दिया। उन्होंने कहा कि 5 साल तक जो सड़कें गड्ढों वाली रही, अब चुनाव से दो महीने पहले वो सड़कें कैसे ठीक हो जाएंगी?
नेता विपक्ष ने भी आपर सरकार पर साधा निशाना
विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने साल 2018-19 में तीनों एमसीडी के बजट में 1,000 करोड़ की कटौती कर इस पैसे को मुख्यमंत्री सड़क योजना में शामिल कर दिया। लेकिन इस योजना के तहत दिल्ली सरकार ने आज तक कोई सड़क नहीं बनाई है।