दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर भाजपा ने दिल्ली सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। भाजपा का कहना है कि दिल्ली में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है और सरकार पर्यावरण विशेषज्ञों की रिपोर्ट को लगातार झूठा साबित करने में लगी है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल अपनी विफलता का ठीकरा दूसरे राज्यों पर पराली के धुएं के रूप में फोड़ रहे हैं। जबकि विशेषज्ञों की रिपोर्ट बताती है कि पराली से केवल 1 से 10 प्रतिशत तक ही प्रदूषण हो सकता है। इससे साफ है कि 90 प्रतिशत प्रदूषण स्थानीय कारणों की वजह से हो रहा है।
भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने बृहस्पतिवार को प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली सरकार ने राजधानी के लोगों को स्लम की जिंदगी जीने पर मजबूर कर दिया है। वायु गुणवत्ता का स्तर लगातार गिर रहा है।, एयर क्वालिटी इंडेक्स 312 के खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।
विश्व के 1600 शहरों में दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं। प्रदूषण रोकने में विफल होने पर केजरीवाल पर मामला दर्ज होना चाहिए। क्योंकि दिल्ली की एक करोड़ जनता के जीवन को खतरे में डाल दिए है। उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।
गोयल ने कहा कि भाजपा प्रदूषण को चुनावी मुद्दा बनाएगी। सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए एक भी उपाय नहीं किया। सम-विषम योजना को गोयल ने जनता को परेशान करने वाला बताया। इस मौके पर भाजपा मीडिया प्रमुख अशोक गोयल देवराहा ने कहा कि झूठा प्रचार-प्रसार कर मुख्यमंत्री दिल्ली के लोगों के गुमराह कर रहे है।