भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य विजय गोयल ने बृहस्पतिवार को वाहन चलाने की सम-विषम योजना के खिलाफ नये सिरे से प्रदर्शन करते हुए कहा कि इस उपाय को लागू करने के बाद भी दिल्ली ‘गैस चैंबर’ बनी हुई है।
गोयल ने सम-विषम योजना शुरू होने वाले दिन भी इसका उल्लंघन किया था और उन पर 4000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था।
बृहस्पतिवार को आईटीओ चौराहे पर उनके प्रदर्शन में कई समर्थक भी शामिल हुए जिनके हाथ में ‘प्रदूषण की जिम्मेदार, केजरीवाल सरकार, ऑड इवेन है बेकार’ के नारे लिखे पोस्टर थे।
गोयल ने कहा, ‘‘सम-विषम योजना को लागू करने के बाद भी दिल्ली गैस चैंबर बनी हुई है। अब अरविंद केजरीवाल इसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराएंगे। पराली नहीं जलाई जा रही और अब तो दिवाली को भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।’’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को भी पड़ोसी राज्यों हरियाणा और पंजाब में पराली जलाये जाने का मुद्दा उठाते हुए इन राज्यों की सरकारों पर उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन नहीं करने का आरोप लगाया।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल ने पांच साल तक तो कुछ नहीं किया और अब सम-विषम योजना लाए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सम-विषम योजना के खिलाफ नहीं हूं, बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर योजना की आड़ में राजनीतिक लाभ उठाये जाने के, केजरीवाल के प्रयास के खिलाफ हूं।’’
दिल्ली में चार नवंबर से वाहन चलाने की सम-विषम योजना शुरू हुई थी जो 15 नवंबर तक चलेगी। हालांकि केजरीवाल ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाया जा सकता है।