नागरिकता संशोधन बिल पास होने से हिन्दू शरणार्थियों में ख़ुशी की लहर
मजनूं का टीला क्षेत्र में शरणार्थियों की खुशियों में शामिल हुए गोयल
नई दिल्ली 12 दिसम्बर, 2019: ‘नागरिकता संशोधन बिल’ पास होने के बाद देश में जहां-जहां ज्यादातर पाकिस्तान से आए हिन्दू शरणार्थी हैं, वहां ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। भाजपा सांसद एवं पूर्व अध्यक्ष दिल्ली भाजपा विजय गोयल आज ऐसे ही एक क्षेत्र मजनूं का टीला जहां करीब 200 परिवार पिछले 10 साल से रह रहे हैं, उनकी खुशियों में शामिल हुए।
मजनूं के टीले पर ढोल-नगाड़ों मिठाई, फूल-हारों के बीच सांसद विजय गोयल ने कहा कि संसद में मोदी सरकार ने इस बिल को पास करके उन लाखों लोगों को एक नया जीवन दे दिया जो, अभी तक शरणार्थी थे, पर अब इस देश के नागरिक हो जाएंगे।
गोयल ने कहा कि इस बिल के माध्यम से पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण जो लोग शरणार्थी बनकर इस देश में आए उन हिन्दू, जैन, बौद्ध, ईसाई, पारसी उन सबको हमारे देश में नागरिकता मिलेगी।
गोयल ने कहा कि राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा, पर यह दुख की बात है कि कांग्रेस इस बिल को कोर्ट मंे ले जाने की तैयारी कर रही है, जबकि देश की सबसे बड़ी कोर्ट संसद ने इस पर कानून बना दिया है।
गोयल ने कहा कि विपक्ष बिना बात बौखला रहा है और देश में लोगों को गुमराह करने में लगा है। मानो यह बिल मुस्लिम विरोधी हो। गोयल ने कहा उन्होंने खुद पुरानी दिल्ली में मुस्लिमों से बात की है और मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा है कि हम किसी के बहकावे में नहीं आएंगे, इस बिल से भारत में रहने वाले मुस्लिमों की नागरिकता, अधिकार और सुविधाओं पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।
गोयल ने कहा कि लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पूरे देश में बधाइयां दे रहे हैं क्योंकि उन्होंने एक मानवतापूर्ण कदम उठाया है और सरकार ने नाॅर्थ ईस्ट में रहने वाले लोगों को भी भरोसा दिलाया है कि पूर्वाेतर राज्यों की संस्कृति, विरासत, भाषा एवं रीति-रिवाजों पर इस बिल के कारण कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
गोयल ने कहा कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत हैदराबाद से 2013 में भारत आई वीवा नामक महिला ने उन्हें बताया कि हमें वहां पर धार्मिक आजादी नहीं थी, हम अपना कोई त्योहार नहीं मना सकते थे। घर से बाहर हमारे जो मंदिर थे, उन्हें नष्ट कर दिया गया था, केवल घर के अंदर ही हम पूजा-पाठ कर सकते थे। एक अन्य महिला सीता ने बताया कि हमें जबरदस्ती इस्लाम धर्म कबूलने के लिए दबाव डाला जाता था।
एक अन्य शरणार्थी सीताराम ने गोयल को बताया कि वहां पर हमारी बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है, बलात्कार का डर हमेशा बना रहता है। हमारे परिवार के बहुत-से सदस्य अभी भी पाकिस्तान में हैं, जिन्हें पाकिस्तानी सरकार भारत नहीं आने दे रही। शरणार्थी सुन्दर ने कहा कि कल जब से मोदी सरकार ‘नागरिकता संशोधन विधेयक 2019’ लाई है, हमारे घरों में दिवाली मनाई जा रही है, हम बहुत खुश हैं, अब हम भी भारत के नागरिक हो गए। हमें पुलिस बार-बार बाॅर्डर पर छोड़ने की बात करती थी, अब हम इस भय से मुक्त हो गए हैं। मोदी जी हमें घर और रोजगार देंगे।