Vijay Goel

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Padma to K. Asif, producer of Hindi cinema’s successful film ‘Mughal-e-Azam’ Vibhushan should be given – Goel·

  • Padma to K. Asif, producer of Hindi cinema's successful film 'Mughal-e-Azam'  Vibhushan should be given – Goel·        
  • Asif's passion, vision and vitality about the film 'Mughal-e-Azam' Inspirational for the new generation
  • 'Mughal-e-Azam' is a living example of how dreams are embodied

 
New Delhi : August 4, 2021 : Former Union Minister and President of Heritage India Foundation, Vijay Goel has demanded Padma Vibhushan Award for K. Asif the producer director of 'Mughal-e-Azam', one of the most successful films in the history of Hindi cinema. Asif has to be given Padma Vibhushan (posthumously).
 
Goel said giving Padma Award is a tribute to the imagination, vision, passion and hard work of its maker K. Asif. The film is known for its direction, dialogue, music, sets and costumes and also for the lead pair.
 
Goel said that the film 'Mughal-e-Azam' which has won three Filmfare Awards as well as National Film Award, because of the hard work, passion and vision of K.Asif, who made that film, He should be honored with 'Padma Vibhushan' in front.
 
Goel said that By honoring K. Asif, we will honor all those people who dream and then show the courage to fulfill their dreams. Our Prime Minister Modi ji has always said this thing that dreaming and giving flight to aspirations is the identity of youth.
 
Goel said that the surprise is that till now Why didn't K. Asif's name figure in the list of people who have done exceptional and extraordinary work? The previous governments conferred Padam Vibhushan to Hussain, Dilip Kumar, Khushwant Singh, Udayshar, Birju Maharaj, Sonal Mansingh, Satyajit Ray & Hrishikesh Mukherjee etc. and many others can be given Padma Vibhushan. Asif's work also no less than these recipients.
 
The Padma Vibhushan is the second-highest civilian award of the Republic of India. The award is given for “exceptional and distinguished service ”
 
By conferring the Padma Award on Asif, once again the message ishow dreams can be realized through passion, dedication, determination and hard work in the country.
 

-आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों के साथ ईस्ट दिल्ली में गोयल ने निकाला ‘आरडब्ल्यूए जल मार्च’

 -आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों के साथ ईस्ट दिल्ली में गोयल ने निकाला ‘आरडब्ल्यूए जल मार्च’
– दिल्ली में पानी संकट पर गोयल ने केजरीवाल से पूछे पांच सवाल
– दिल्ली को बेसहारा छोड़ ‘आप’ के नेता अन्य राज्यों के चुनावों में व्यस्त
– भीषण गर्मी में पानी को तरसती दिल्ली की जनता

 नई दिल्ली 17 जुलाई, 2021:  पानी के संकट के खिलाफ दिल्ली की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन दिल्ली सरकार के खिलाफ खड़ी हो गई हैं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल के नेतृत्व में ईस्ट दिल्ली की 22 रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने आज रोहताश नगर इंदिरा प्याऊ से नत्थू कालोनी चौक तक ‘आरडब्ल्यूए जल मार्च’ निकाला।

पानी का संकट दिल्ली में धीरे-धीरे बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। लोगों की पानी को लेकर तीन शिकायतें हैं। पहली, भीषण गर्मी में दिल्ली की जनता प्यास से मर रही है और पानी उपलब्ध नहीं है। दूसरी, थोड़ा-बहुत जो पानी आता है, वह गंदा आ रहा है। तीसरी, दिल्ली की जनता टैंकरों से पानी पीने को मजबूर है, जिसकी गुणवत्ता बहुत खराब है।

गोयल  के साथ ‘जल मार्च’ में यूनाइटेड रेजीडेंट्स ऑफ दिल्ली  के अध्यक्ष सौरभ गांधी, मंत्री अमित शर्मा, पूर्व उपमहापौर दिव्य जायसवाल, प्रवेश शर्मा, लोक अभियान के महामंत्री सतपाल भाटिया प्रमुख लोगों में थे।

गोयल ने कहा कि दिल्ली में पानी का संकट और गंदा पानी इसलिए है कि पानी का उत्पादन 935 एमजीडी है, जबकि लोगों तक सरकार 500 एमजीडी पानी पहुंचाती है। केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के नेता गोवा, उत्तराखंड, पंजाब के चुनाव में लगे हैं और दिल्ली को बेसहारा छोड़ दिया है।

गोयल ने कहा, इस भीषण गर्मी में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट ठीक से काम नहीं करते, इसलिए गंदा पानी लोगों को पीने को मिलता है। जिस टैंकर माफिया के खिलाफ केजरीवाल बोला करते थे, उसी टैंकर माफिया के भ्रष्टाचार में खुद आम आदमी पार्टी लिप्त है। दिल्ली में जब कई इलाकों में पाइपलाईन बिछी ही नहीं है तो पानी कैसे पहुंचेगा ?

गोयल ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा का यह बयान गलत है कि हरियाणा से पानी नहीं आ रहा। सच तो यह है कि हरियाणा ने आज तक एक बूंद पानी भी नहीं रोका। दिल्ली सरकार आईसीयू बैड, ऑक्सीजन की तरह सिर्फ दूसरों को दोश देने में लगी है। भीषण गर्मी में दिल्ली के लोगों को पानी नहीं मिल रहा, केजरीवाल के पास इसका कोई जवाब नहीं है।

लोगों को सम्बोधित करते हुए गोयल ने केजरीवाल सरकार से 5 सवाल किए –

पहला, जल बोर्ड में अब तक कितना घाटा हो चुका है।
दूसरा, पानी का 47 प्रतिशत रिसाव रोकने के लिए दिल्ली सरकार क्या कर रही है।
तीसरा, दिल्ली में पानी के टैंकरों के कितने ठेकेदार हैं और ये पानी कहां से भरते हैं।
चौथा, दिल्ली के कितने भाग में अब तक पानी की पाइपलाईन नहीं डली है।
पांचवा, यमुना का पानी साफ करने के लिए अब तक कितने करोड़ खर्च हुए हैं।

घरों में आ रहे गंदे पानी से गोयल व कार्यकर्त्ताओं ने केजरीवाल को नहलाया

-घरों में आ रहे गंदे पानी से गोयल व कार्यकर्त्ताओं ने केजरीवाल को नहलाया
– भीषण गर्मी में पानी को तरसती दिल्ली की जनता
– पानी के मुद्दे पर सैंकड़ों कार्यकर्त्ताओं के साथ गोयल का धरना

नई दिल्ली 8 जुलाई, 2021 :  पूर्व केन्द्रीय मंत्री व पूर्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल के साथ सैंकड़ों कार्यकर्त्ताओं ने पानी के मुद्दे पर दिल्ली सरकार के खिलाफ आज चांदनी चौक के अजमेरी गेट चौक पर धरना दिया।
गोयल समेत कार्यकर्त्ताओं ने जल बोर्ड के उस गंदे पानी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की तस्वीर को नहलाया, जो उनके घरों में आता है।  
गोयल ने कहा कि भीषण गर्मी में साफ पानी को तरसते लोगों का रोश देखने योग्य था। एक तरफ तो केजरीवाल दिल्ली की जनता को मुफ्त बिजली-पानी देने का वायदा करते है, तो दूसरी तरफ दिल्ली वालों को पीने योग्य साफ पानी भी नहीं मिल रहा। धरने पर बैठी सुषमा गुप्ता को बड़ा रोष था कि पहले दो घंटे पानी आता था, अब केवल आधे घंटे ही आता है। एक दूसरी कार्यकर्त्ता बिन्दिया अपने घर से पानी भरकर लाई थी कि केजरीवाल इस पानी को पीकर दिखाए।
 
पुरानी दिल्ली में पानी पर जानकारी देते हुए विनीत गुप्ता ने कहा कि एक तो पुरानी दिल्ली में पानी कम आता है, दूसरा पाईप लाईन बहुत पुरानी हो गई है व तीसरा, जो पानी आ रहा है, उसमें सीवर का पानी मिला होता है, इसीलिए पानी गंदा है।
 
गोयल ने कहा, पूरी दिल्ली में केजरीवाल के खिलाफ पानी को लेकर वातावरण बना हुआ है, पर केजरीवाल ने चुप्पी साध रखी है, क्योंकि ऐसा कोई भी कदम अभी वे नहीं उठा सकते, जिससे पानी की आपूर्ति बढ़े और साफ पानी लोगों को मिले।
गोयल ने कहा कि जिस टैंकर माफिया के कांग्रेस से मिलीभगत के खिलाफ केजरीवाल चुनकर आए थे, उसी टैंकर माफिया के साथ मिलकर आज आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार कर रही है। कोविड के समय में जब लोग पहले ही बीमारियों से जूझ रहे हैं, ऐसे में केजरीवाल सरकार अगर जल बोर्ड से गंदा पानी देगी तो बीमारियां और फैलेंगी।

गोयल ने केजरीवाल को दी चुनौती जल बोर्ड के पानी को पीकर दिखाएं

प्रेस वक्तव्य 

  • गोयल ने केजरीवाल को दी चुनौती जल बोर्ड के पानी को पीकर दिखाएं
  • गंदे पानी की बोतलों को लेकर गोयल और जय प्रकाष ने किया प्रदर्षन
  • दिल्ली में जगह-जगह गंदे पानी की सप्लाई
  • पानी की कमी और टैंकर माफिया से जनता परेषान

नई दिल्ली 24 जून, 2021:  ‘जल जन आन्दोलन’ के दूसरे दिन पूर्व केन्द्रीय मंत्री व पूर्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल ने आज आनंद पर्वत पर पहले लोगों की पानी की समस्याओं को सुना और फिर जल बोर्ड द्वारा सप्लाई किए जा रहे गंदे पानी की बोतलों के साथ जोरदार प्रदर्षन किया। 
गोयल के साथ पूर्व महापौर जयप्रकाष व भाजपा प्रदेष के पूर्व महामंत्री रविन्दर गुप्ता भी ‘जल जन आन्दोलन’ में पहुंचे। दिल्ली में गोयल लगातार पानी को लेकर आन्दोलन छेड़े हुए हैं।  
गोयल ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को चुनौती दी है कि वे जल बोर्ड के सप्लाई के पानी को पीकर दिखा दें। पानी इतना गंदा है कि वो भी नहीं पी सकते।  
गोयल ने कहा कुछ दिन पहले हमने दिल्ली भर में यह संदेष दिया था कि जिनके यहां जल बोर्ड की सप्लाई से गंदा पानी आ रहा है, वो उसके सैम्पल हमें भेजे। 50 अलग-अलग जगहों से लोगों ने अपनी षिकायतों के साथ बोतलों में उनके घरों में जो गंदा पानी आ रहा था, उसके सैम्पल भेजे। इन सैम्पलों के साथ विजय गोयल और जयप्रकाष ने आज केजरीवाल सरकार के खिलाफ सैंकड़ों कार्यकर्त्ताओं के साथ गंदे पानी की बोतलों के साथ आनंद पर्वत पर प्रदर्षन किया। 
गोयल ने कहा कि राजधानी के कई इलाकों में दिल्ली जल बोर्ड से गुस्साए व्यक्तियों ने दिल्ली पुलिस को फोन करके भी गंदे पानी की षिकायत करी। एक युवक का कहना था कि उसकी पत्नी उसे छोड़कर मायके चली गई है, क्योंकि उसके इलाके ख्याला हरिजन बस्ती में जल बोर्ड गंदा पानी सप्लाई करता है। 
कोविड के समय में जब लोग पहले ही बीमारियों से जूझ रहे हैं, ऐसे में केजरीवाल सरकार अगर जल बोर्ड से गंदा पानी देगी तो बीमारियां और फैलेंगी। कुछ इलाकों में जहां पहले पानी आधा घंटा आता था, वहां अब सिर्फ 15 मिनट ही आ रहा है, और वो भी एक ही समय। 
गोयल ने कहा कि आधी दिल्ली मंे तो दिल्ली सरकार टैंकरों से पानी दे रही है, जो कि बिना साफ किए सीधा अवैध तरीके से बोरिंग से भर लिया जाता है और इसके पीछे आम आदमी पार्टी के नेताओं की टैंकर माफिया से मिली-भगत है। 
जयप्रकाष ने कहा कि सदर विधानसभा क्षेत्र में ही कम से कम 13 जगह पर पानी काफी गंदा आ रहा है। जिनमंे षास्त्री नगर, सदर, किषनगंज, आनंद पर्वत और इंडस्ट्रीयल एरिया आदि कई क्षेत्र हैं। इलाकों में पानी की भारी कमी की वजह से भी लोगों को परेषानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा तीन बड़ी समस्याएं हैं – एक टैंकर माफिया, दूसरी गंदा पानी और तीसरी पानी की कमी।  जिन पर केजरीवाल सरकार ध्यान नहीं दे रही। 
दरअसल तो केजरीवाल सरकार के मंत्रियों को दिल्ली में पानी की किल्लत दूर करने के लिए समय ही नहीं है। इनका ध्यान बाहर प्रदेषों के चुनाव पर है। जब दिल्ली त्राहि-त्राहि कर रही है, तब ये प्रबंधन की समीक्षा करने बैठे हैं। — 0 —

-पानी के संकट पर केजरीवाल सरकार पर जमकर बरसे विजय गोयल

–  पानी के संकट पर केजरीवाल सरकार पर जमकर बरसे विजय गोयल
– गोयल ने पूछे पानी पर पांच सवाल, चुप क्यों हैं केजरीवाल
– गली-गली और मोहल्ले-मोहल्ले पानी संकट पर होगा आन्दोलन
– कोविड न होता तो, पानी संकट पर लोग सड़कों पर होते- जय प्रकाश
 
नई दिल्ली 22 जून, 2021:
 दिल्ली में केजरीवाल सरकार के शासन में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर गई है। खुद सरकार ने विज्ञप्ति जारी की है कि दिल्ली में कहां-कहां पर पानी नहीं आ रहा है। दिल्ली में पानी बहुत कम आ रहा है और जितना भी आ रहा है, वह बहुत गंदा आ रहा है। 
 
पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल  व पूर्व महापौर जयप्रकाश के नेतृत्व में आज पानी की भयंकर समस्या को लेकर बारा टूटी चैक पर सैंकड़ों भाजपा कार्यकत्र्ताओं के साथ धरना दिया।
 
गोयल ने कहा जल बोर्ड भी इस बात को मानता है कि अमोनिया प्रदूषण और एलैगी के कारण पानी का संकट बढ़ा है, जिसके कारण वजीराबाद, चंद्रावल, ओखला में पानी के उत्पादन पर बुरा असर हुआ है।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल की वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें वो 2013 में कह रहे थे कि दिल्ली के हरेक घर में नल से साफ पानी आएगा, फिर यही बात 2015 में कह रहे हैं, फिर 2017 और अब 2019 में भी यही कह रहे हैं कि दिल्ली के हर घर में 5 साल में नल से साफ पानी आएगा।

गोयल ने कहा कि दिल्ली में 3300 मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता है और केवल 2034 लीटर मिलियन पानी ही उपलब्ध है। ऐसे में जब दिल्ली में पाइपलाइन ही नहीं बिछी हुई तो जो थोड़ा-बहुत पानी है, वह भी कैसे पहुंचेगा। दिल्ली की जनता को टैंकरों से पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है।
 
गोयल ने कहा कि टैंकर माफिया को फायदा पहुंचाने के लिए जान-बूझकर केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में पाईप लाइन नहीं बिछाई। दिल्ली में टैंकर माफिया जमकर पानी में लूट मचा रहा है। जल बोर्ड में भारी भ्रष्टाचार है।
 
गोयल व जय प्रकाश ने केजरीवाल से पांच प्रश्न पूछे हैं –
1.    दिल्ली में पिछले 6 साल में कितने किलोमीटर पाईप लाइन बिछाई ?
2.    यमुना को क्यों साफ नहीं किया गया ?
3.    दिल्ली में गंदे पानी की कितनी शिकायतें आई हैं?
4.    दिल्ली में कितने प्रतिशत पानी रिसाव के कारण बर्बाद हो जाता है ?
5.    दिल्ली जल बोर्ड कितने सालों से कितने घाटे में है ?
 
जयप्रकाश ने कहा कि अनधिकृत कालोनियों में पानी का बहुत बुरा हाल है। लोग बोतलों में अपने घरों का गंदा पानी लाकर दिखा रहे हैं। पानी की कमी और गंदे पानी के लिए दिल्ली की जनता केजरीवाल को माफ नहीं करेगी। अगर कोविड न होता तो लोग केजरीवाल सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आते।
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Demonstration at ITO Chowk on 1000 DTC low floor bus scam by Delhi Govt.

  • Demonstration at ITO Chowk on 1000 DTC low floor bus scam by Delhi Govt.
  • Goel demand CBI probe into the Lt Governor bus purchase scam
  • CM Kejriwal should resigns pending investigation by LG 

New Delhi 19 June, 2021 : Led by former Union Minister and senior BJP leader Vijay Goel, Lok Abhiyan workers today demonstrated at ITO Chowk on the issue of scam by Delhi Govt. for buying 1000 low floor DTC buses.  Goel's demanded that the investigation of the purchase of 1000 E low floor buses worth 890 crores should be done by the CBI.
 
Along with Goel, the prominent leaders were MLA Om Prakash Sharma and former mayor Jai Prakash and former chairman of the standing committee Pravesh Wahi and Satpal.
 
Goel said that in March 2021 itself, the issue of bus scam was raised by our MLAs in March 2021 in the Delhi Assembly and after that the Lt Governor was also asked by the MLAs to investigate the entire bus scam. There were many mall practices in tender for the purchase of buses and also in tender for maintenance of buses.
 
Goel said that the Anti-Corruption Branch of the Delhi government found merit in the corruption allegation in its initial investigation, after which the Vigilance Department and Secretary Transport also confirmed it. The Lieutenant Governor then constituted a committee of three members for enquiry. CM Kejriwal should resign pending enquiry by LG appointed Committee.
 
Goel said that when already the three agencies noticed the irregularities in the bus scam, the Lt Governor should have sent it directly for CBI investigation instead of forming a three member committee or why is the ACB not given permission to conduct the enquiry.
 
Goel said that the Kejriwal government is continuously committing corruption in every tender and purchasein different departments.
 
Goel said that when tender for 1000 low floor buses already includes three years warranty, then why there is a contract of Rs 3500 crore being done separately for maintenance?
 
Goel said that no one is ready to believe that whether Kejriwal's signed the files or not, these scams are being done without his consent. Govt. should make report public of vigilance commission & Transport department.
 
MLA Om Prakash said that the Delhi government wants to prolong the matter after repeatedly complaining in the House and to the Lieutenant Governor so that the scam can be covered up. Kejriwal government is now tampering with files to save its skin.
 
Former Mayor Jaiprakash said that the workers of entire Delhi will come out on the streets on 1000 bus scam and expose the other scams of Kejriwal government. In the past, there has also been a lot of corruption in the new liquor policy and Ration also.
 

1000 बसों की खरीद में भारी भ्रष्टाचार पर गोयल करेंगे आईटीओ चैराहे पर प्रदर्शन

प्रेस वक्तव्य

– 1000 बसों की खरीद में भारी भ्रष्टाचार पर गोयल करेंगे आईटीओ चैराहे पर प्रदर्शन
– भ्रष्टाचार से घबराकर दिल्ली सरकार ने बसों की खरीद पर रोक लगाई – गोयल
– बस खरीद में भ्रष्टाचार की पुष्टि वाली कमिश्नर विजिलेंस की रिपोर्ट दिल्ली सरकार
  सार्वजनिक करे – गोयल
– दिल्ली सरकार द्वारा की गई सभी बड़ी डीलों की सीबीआई द्वारा जांच की जानी चाहिए

नई दिल्ली 18 जून, 2021: पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल  केजरीवाल सरकार द्वारा 1000 लो फ्लोर बसों की खरीद में हुए घोटाले पर आईटीओ चैक पर ‘लोक अभियान’ के कार्यकर्ताओं के साथ कल प्रदर्शन करेंगे।
गोयल ने कहा दिल्ली सरकार ने पिछले कुछ दिनों में जितनी भी बड़ी डील की हैं, चाहे वो बसों की हो, शराब की या जल बोर्ड के टेंडरों की, उन सबकी उपराज्यपाल को सीबीआई से जांच करवानी चाहिए, क्योंकि दूसरे राज्यों में चुनाव के फंड के मद्देनज़र आम आदमी पार्टी द्वारा भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
गोयल ने कहा कि बसों की खरीद में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इसका मकसद निजी कम्पनियों को फायदा पहुंचाना है। स्वयं परिवहन निगम की जांच में भी इस मामले के बारे में भारी हेर-फेर की बात कही गई है।  4 जून को कमिश्नर विजिलेंस ने एक रिपोर्ट में बस खरीद में भ्रष्टाचार की पुष्टि की थी, दिल्ली सरकार उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करे।
गोयल ने कहा कि इस मामले में उपराज्यपाल ने 16 जून को जांच के लिए एक समिति बनाने की बात की थी, जबकि दिल्ली सरकार ने इस मामले में 11 जून को ही बसों की खरीद और रखरखाव के वर्क आर्डर रोकने का फैसला ले लिया, वो कैसे। इससे साफ जाहिर होता है कि परिवहन निगम में बड़े स्तर पर हुए भ्रष्टाचार से घबराकर दिल्ली सरकार ने इस पर रोक लगाई और अब इसके लिए उपराज्यपाल द्वारा गठित कमेटी का बहाना लिया जा रहा है।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलौत झूठ बोल रहे हैं कि 11 जून को बस खरीद और रख-रखाव के वर्क आर्डर पर रोक इसलिए लगाई कि उपराज्यपाल ने 16 जून को कमेटी बना दी। आश्चर्य की बात है कि 875 करोड़ की 1000 बसों के रख-रखाव पर दिल्ली सरकार 3500 करोड़ रूपए खर्च कर रही है और जब 16 जून को कमेटी बनी तो 11 जून को आर्डर कैसे निकल सकता है। स्पष्ट है कि कहीं न कहीं बसों की खरीद में भारी भ्रष्टाचार हुआ है।

चुनावी राज्यों के लिए पैसा इकट्ठा किया जा रहा है – गोयल

प्रेस वक्तव्य

– बस घोटाले में जांच के चलते केजरीवाल इस्तीफा दें
– 1000 बसों की खरीद में भारी भ्रष्टाचार हुआ है
– चुनावी राज्यों के लिए पैसा इकट्ठा किया जा रहा है – गोयल

नई दिल्ली 17 जून, 2021: पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने मांग की है कि दिल्ली सरकार द्वारा 1000 लो फ्लोर की बसों की खरीद पर उपराज्यपाल ने जो जांच बैठाई है, उसको देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल के मुख्यमंत्री के पद पर रहते जांच ठीक तरह से नहीं हो सकती। बसों की खरीद में भारी भ्रष्टाचारहुआ है। इसका मकसद निजी कम्पनियों को फायदा पहुंचाना है।
अब जब डीटीसी के प्रबंध निदेशक ने 11 जून को 1000 बसों की खरीद व उसके रख-रखाव अनुबंध (एएमयू) को स्थगित कर दिया है, तो इसका मतलब ही है कि कहीं न कहीं बसों की खरीद में भारी भ्रष्टाचार हुआ है।
गोयल ने कहा उपराज्यपाल को इस भारी घोटाले में सीबीआई जांच के आदेश देने चाहिए। गोयल ने कहा कि डीटीसी के महाप्रबंधक एवं उन अफसरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने इन बसों के भ्रष्टाचार की फाइलों पर हस्ताक्षर किए हैं। जब 840 करोड़ की इन 1000 बसों की खरीद पर तीन साल की वारंटी है, तो मैनटेनेंस का ठेका तीन साल बाद शुरू होगा, न कि बसों की खरीद के पहले दिन से ही।
गोयल ने कहा कि बसों की खरीद भी महंगी की गई है और उनके रख-रखाव के ठेके में भी भारी भ्रष्टाचार हुआ है। दरअसल तो आम आदमी पार्टी दिल्ली सरकार के माध्यम से बाहर के राज्यों उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब इत्यादि में होने वाले चुनावों के लिए भारी भ्रष्टाचार कर पैसे इकट्ठे कर रही है।
गोयल ने कहा कि दिल्ली में कोविड की तरफ ध्यान न देकर दिल्ली सरकार इस तरह के भ्रष्टाचारों में लगी है। इसीलिए सैंकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

बाजार, माॅल, मेट्रो, बस, रेस्टोरेंट, भीड़भाड़ वाले साप्ताहिक बाजार खोलने के बाद पार्क बंद क्यों – गोयल

प्रेस वक्तव्य

• दिल्ली के पार्कों को खुलवाने की मांग को लेकर लोदी गार्डन पर प्रदर्शन
• बाजार, माॅल, मेट्रो, बस, रेस्टोरेंट, भीड़भाड़ वाले साप्ताहिक बाजार खोलने के बाद पार्क  बंद क्यों – गोयल

नई दिल्ली 16 जून, 2021: पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल व विधायक ओम प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में दिल्ली के सभी पार्कों को खुलवाने के लिए लोदी गार्डन पर आज ‘लोक अभियान’ के कार्यकत्र्ताओं ने प्रदर्शन किया।
गोयल ने कहा  जब दिल्ली सरकार ने बाजार, माॅल, मेट्रो, बस, रेस्टोरेंट तक खोल दिए, तब पार्कों को बंद रखने में क्या तर्क है, पार्कों में न तो भीड़भाड़ होती है और पार्क में लोग सामाजिक दूरी भी बनाकर चलते हैं।
गोयल ने कहा कि पिछले दिनों कई पार्कों के माॅर्निंग वाकर्स, क्लबों और कई आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने मांग की है कि दिल्ली सरकार को जब सब खुल गया तो पार्क भी खोल देने चाहिए। गोयल ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जब सबसे ज्यादा भीड़ वाले साप्ताहिक बाजार और शराब की दुकानें खुल गई तो फिर पार्क खोलने का फैसला भी दिल्ली सरकार को कर लेना चाहिए।
गोयल ने कहा कि कोविड के कारण बुजुर्ग लोग घरों में रहने के कारण भी मानसिक तनाव में हैं। वे भीड़भाड़ वाले बाजारों और माॅलों में नहीं घूम सकते। पार्कों में जाने से उनको शांति मिलेगी और वे सब लोग जो पार्क में योगाभ्यास, सैर व व्यायाम करना चाहते हैं उनको भी खुली हवा मिलेगी। बच्चों के खेलने के लिए भी बाजारों से ज्यादा सुरक्षित पार्क हैं।
गोयल ने कहा कि दिल्ली सरकार बहुत कन्फ्यूज्ड है और जिस हिसाब से उन्होंने चीजों को खोला है, उससे दिल्ली सरकार की गम्भीरता नहीं दिखाई दे रही। उनका सारा ध्यान अब केवल अन्य राज्यों गुजरात, पंजाब, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के चुनावों पर है। दरअसल तो दिल्ली सरकार के पास सोचने-समझने के लिए समय ही नहीं है, इसलिए अफरा-तफरी में फैसले लिए जा रहे हैं।
विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि कोविड में सही निर्णय लेने की जगह, केजरीवाल सरकार केवल लोगों के चालान काटने में लगी है। जैसे ही थोड़ा-सा कोविड कम हुआ, सिविल डिफेंस के वालियंटर्स ने चालान काटकर लोगों को परेषान करना शुरू कर दिया है और जबरदस्त उगाही की जा रही है। पार्कों में तो सबसे कम भीड़ होती है और लोग सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखते हैं।

प्राइवेट हॉस्पिटल में वैक्सीन लगाने के नाम पर हो रही लूट के खिलाफ गोयल कल मूलचंद हॉस्पिटल के बाहर करेंगे प्रदर्शन |

  •  प्राइवेट हॉस्पिटल में वैक्सीन लगाने के नाम पर हो रही लूट के खिलाफ गोयल कल मूलचंद हॉस्पिटल के बाहर करेंगे प्रदर्शन |
  • ·सभी प्राइवेट हॉस्पिटलों में एक दाम पर लगे वैक्सीन- गोयल 
  • केजरीवाल सरकार की सांठ गांठ से प्राइवेट हॉस्पिटल कर रहे लूट| 

04 जून 2021, नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने प्राइवेट हॉस्पिटल में वैक्सीन लगाने के नाम पर हो रही लूट पर दिल्ली सरकार का ध्यान दिलाया| गोयल कल मूलचंद हॉस्पिटल के बाहर 11 बजे प्रदर्शन करेंगे | 

गोयल ने कहा जो वैक्सीन प्राइवेट हॉस्पिटल को 600 रूपये में मिल रही है वो प्राइवेट हॉस्पिटलों में 1800 रूपये, 1450 रूपये, 1200 रूपये, 1000 रूपये में लगा रहे हैं| 

केवल नारायणा का धर्मशीला हॉस्पिटल ही है जहाँ 650 रूपये में वैक्सीन लग रही है वो कैसे लगा पा रहे हैं | दिल्ली सरकार को चाहिए की सभी प्राइवेट हॉस्पिटलों में एक दाम पर वैक्सीन लगाई जाए इसके लिए कानून बने| 

दिल्ली सरकार महामारी के समय में भी लोगो को लूटने में जुटी है और उसकी नाक के नीचे कालाबाज़ारी जारी है| 

शुरू में जब सरकार प्राइवेट हॉस्पिटलों को वैक्सीन दे रही थी तब इसकी लगाने की कीमत 250 रूपये तय हुई थी| आज ये हॉस्पिटल प्रति डोज़ 900 से 1400 रूपये वसूल रहे हैं | 

एक हॉस्पिटल के अनुसार जी.एस.टी. ट्रांसपोर्टेशन तक स्टोरेज के खर्चों के कारण कोविशील्ड की कीमत 660 से 670 बैठती है इनमे 5 फीसदी टूट फुट के कारण खर्चा भी हो तो प्रति डोज़ वैक्सीन की कीमत 710 से 715 रूपये होती है जिसे 1200 से 1400 रूपये में बेचा जा रहा है| 

गोयल ने कहा हमारी बहस सिर्फ एक है कि जब एक हॉस्पिटल उस वैक्सीन को 650 रूपये में लगा रहा है तो दूसरे 1400 रूपये या इससे भी अधिक क्यों ले रहे हैं| 

कहीं कहीं तो प्राइवेट हॉस्पिटल 1800 भी ले रहे हैं| 

केजरीवाल सरकार के राज में पहले ऑक्सीजन फिर रेमडेसिविर, फिर आई.सी.यू. बेड फिर दवाइयां और वैक्सीन पर भी ब्लैक हो रही है| केजरीवाल सरकार की सांठ गांठ से सब चल रहा है|  

गोयल ने कहा ये तो एक डोज़ की कीमत है अभी तो दूसरी भी लगनी है दिल्ली में बहुत से लोगों ने शिकायतें की है कि प्राइवेट हॉस्पिटल लूट रहे हैं और दिल्ली सरकार तमाशा देख रही है|

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