Vijay Goel

In News

Goel demands Kejriwal to release white paper on Odd-Even

–        Neither Stubble burning nor Diwali, on whom will Kejriwal shift the blame now?: Goel;

New Delhi, November 12, 2019: MP and former BJP Delhi President, Vijay Goel, said that Kejriwal government has not taken Odd-Even seriously and demanded that Kejriwal government should release a white paper to inform the people about the effectiveness of Odd-Even in reducing pollution levels.
Taking a jibe at Kejriwal, Goel said that on whom will Kejriwal shift the blame now? Even Kejriwal ji knows that odd-even does not have any impact on pollution levels. Therefore, instead of emotions and respect, Kejriwal ji has given Odd-Even exemption for two days. In actuality, Kejriwal government is not worried about pollution levels despite the air quality being hazardous.
Goel questioned Kejriwal government that whom will he blame now for pollution levels? Now, there is no stubble burning taking place neither Diwali is there. Goel said that despite Odd-Even, Delhi has become a gas chamber, whom will Kejriwal blame for this now?
Goel said that Kejriwal government slept on the issue of pollution in last five years and now just a few months before elections, they have rolled out the gimmick of Odd-Even to cause discomfort to common people.
Goel told that so far over 3000 people have been challaned for Odd-Even. This only means that people are facing inconvenience because of Odd-Even. Neither did Kejriwal government inform people about Odd-Even beforehand nor did it improve public transportation by procuring more buses. In fact, the strength of buses in Delhi reduced by 1000, Kejriwal government also hindered the implementation of Metro Phase IV and did not let the Central Government work. Kejriwal government has wasted crores on showing advertising his photos across the capital.
Goel told that Kejriwal is not treating the problem of pollution seriously. Even the Supreme Court rebuked Kejriwal government for this. Supreme Court had questioned Kejriwal Government about the effectiveness of Odd-Even and if any impact assessment was carried out by Kejriwal government for the same. Supreme Court had also asked the Delhi government to provide proof of reduction in pollution levels by Odd-Even.
Goel demanded that Kejriwal government should disclose the amount spent on 15 days of Odd-Even advertisements on radio, TV, SMS, Newspapers etc.
Goel demanded the following from Kejriwal government and asked for answers—
i. Kejriwal government should release white papers on Odd-Even;
ii. Kejriwal should inform people how much Odd-Even benefitted the people and how much it helped in reducing pollution levels, if any?
iii. If Odd-Even reduces pollution levels, then why is Delhi facing spike in pollution levels?
iv. What all steps did Kejriwal government take in last five years to address the issue of pollution in Delhi?
v. How much has Kejriwal government wasted on advertisements of Odd-Even in newspapers, SMS, television, hoardings etc? 

Apart from praying and offering rituals, serve the poor as well- Goel

– Goel pays obeisance at Bangla Sahib, offers "jodon ki sewa"; 
– "Nanak Naam Jahaz Hai, Chadhe So Utre Paar Jo Shraddha Karein Samvedein, Gur paar Utaaranhaar"- Guru Nanak Ji; 

New Delhi, November 11, 2019: On the occasion of Guru Nanak's 550th birth anniversary "Guru Parv" , MP and former BJP Delhi President, Vijay Goel paid obeisance and offered "jodon ki sewa" at the Bangla Sahib Gurudwara in Delhi. 
Goel said that the true meaning of offering prayers and rituals is by helping the poor. Sewa does not mean offering services at only religious places, it also means helping the underprivileged wherever possible. 
Thanking Modi ji, Goel said that with the opening of Kartarpur Corrdior, thousands of Sikhs spread across India will be able to visit and offer prayers at historic Darbar Sahib Gurudwara in Pakistan. 
Goel said that those politicising Kartarpur can politicise it as much as they want but unlike them, Modi ji only works and delivers. Let it be Kartarpur, Ram Mandir, Teen Talaq, Article 370 or GST. 
Goel said that everyone should learn from the teachings of Guru Nanak Ji in their life. Along with offering prayers, we should also not discriminate on the basis of caste, creed or religion, and all religion are one etc to imply in our day to day life. 
Goel said that we should spread message of Guru Nanak Ji across the world. 
Goel said that Sikhs across the world are offering seva let it be in conflict zones of Syria, Iraq ,Iran or places struck with natural calamities like earthquake, floods etc. Sikhism means sacrifice. 
"Nanak naam Jahaz Hai,  Chadhe So Utre Paar Jo Shraddha Karein Samvedein, Gur paar Utaaranhaar"- Guru Nanak Ji. 

​जनता केजरीवाल के बहकावे में न आए

. जल्द ही पोर्टल लाॅन्च होगा व आवेदन लिए जाएंगे
. अनाधिकृत कालोनियों की रजिस्ट्री केन्द्र सरकार के अन्तर्गत डीडीए करेगी, दिल्ली सरकार की कोई भूमिका नहीं
. अनधिकृत कालोनियों की जानकारी के लिए गोयल लगाएंगे अपने घर पर कैंप

नई दिल्ली 10 नवम्बर, 2019: भारतीय जनता पार्टी के नेता अनाधिकृत कालोनियों में कॉलोनियां किस तरह से नियमित होंगी यह बताने के लिए भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में गए विकासपुरी की सैनिक एन्क्लेव कालोनी में सांसद एवं पूर्व अध्यक्ष दिल्ली भाजपा विजय गोयल ने लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनता केजरीवाल के बहकावे में और झूठ में न आए। हमारे देश के प्रधानमंत्री ने खुद अनाधिकृत कालोनी की आरडब्ल्यूए के लोगों के सामने ‘पीएम उदय’ योजना का ऐलान किया है, जिससे 1797 अनाधिकृत कालोनियों में रहने वाले 40 लाख लोगों को अपने मकानों का मालिकाना हक दे दिया जाएगा और वह भी बहुत ही मामूली शुल्क पर। इसके बाद उनको अपने मकानों, फ्लैटों पर ऋण भी मिल सकेगा, उनके सिर से सीलिंग व अवैध होने की तलवार भी हट जाएगी और उनकी कालोनियों में विकास के काम भी तेजी से शुरू हो जाएंगे। भाजपा अनाधिकृत कालोनियों में रहने वाले लोगो के बीच हस्ताक्षर अभियान भी करवा रही है जिसके माध्यम से लोग मोदी जी का अनाधिकृत कालोनियों को नियमित करने के लिए धन्यवाद कर रहे है

गोयल ने बताया कि केजरीवाल इस योजना पर क्यों शंका जता रहे हैं और लोगों को क्यों भ्रमित कर रहे हैं और क्यों झूठ बोल रहे हैं कि ये कालोनियां नियमित नहीं होंगी। गोयल ने कहा कि एक मुख्यमंत्री को यह शोभा नहीं देता कि प्रधानमंत्री जिस घोषणा को स्वयं करें, जिससे लोगों को फायदा हो रहा है, उसके खिलाफ बोलें। संसद के इसी सत्र में बिल लाया जाएगा ताकि इन कालोनियों की रजिस्ट्री का काम शुरू हो सके।

गोयल ने स्पष्ट किया कि इन कालोनियों को मालिकाना हक देने में दिल्ली सरकार की कोई भूमिका नहीं होगी, इसलिए उनसे गुमराह नहीं हों। जो कुछ करेगी, वह केन्द्र सरकार के अन्तर्गत डीडीए करेगी। इसमें प्रक्रिया बताते हुए गोयल ने कहा कि इसका एक पोर्टल बनेगा, जिसमें ऑनलाइन आवेदन करने पड़ेंगे। इन आवेदनों के ठीक पाए जाने पर उनको एक रजिस्ट्री दे दी जाएगी। 100 गज तक के प्लाॅट पर मुश्किल से 5000 रूपए भी नहीं लगेंगे, यदि वहां का सर्किल रेट 20,000 रूपए प्रति वर्ग मीटर है और यदि उस प्लाॅट पर 4 फ्लैट बने हैं तो 5000 रूपए 4 फ्लैटों में बटेंगे और हर फ्लैट वाले को मात्र 1250 रूपए ही देने पड़ेंगे।

गोयल ने कहा कि अगर किसी ने अपने मकान को पावर ऑफ अटार्नी पर खरीदा है तो उसको उन सब पुरानी खरीद-फरोख्त के कागजों की जरूरत नहीं है। उसे केवल अंतिम पावर ऑफ अटार्नी या अन्य अंतिम डाक्यूमेंट दिखाना होगा,जिसके आधार पर उसने प्राॅपर्टी खरीदी थी, उस पर सरकार रजिस्ट्री कर न्यूनतम शुल्क लेगी।  

गोयल ने कहा कि इस संबंध में किसी भी अनधिकृत कालोनी की आरडब्ल्यू को स्पष्टीकरण चाहिए या इस योजना का खुलासा चाहिए तो मैं उनकी मीटिंग में आकर समझाने के लिए तैयार हूं या मेरे साथी भी आ सकते हैं।

गोयल ने कहा कि उनके निवास 10 अशोक रोड पर 17 नवंबर को अनधिकृत कालोनियों के बारे में जानकारी देने के लिए वह कैंप लगाएंगे।  

​राम जन्म भूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का चहुं ओर स्वागत – गोयल

नई दिल्ली 9 नवम्बर, 2019 : सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने राम जन्म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।

गोयल ने कहा कि वर्षों पुरानी एक ऐसी समस्या जिसके कारण अकारण ही विवाद हो रहे थे, उस पर सर्वोच्च न्यायालय ने सर्वसम्मति से जो निर्णय लिया और जिस तरह से सब लोगों ने उस फैसले का स्वागत किया, उससे पूरे देश में एकता का संदेश गया है। हमारे प्रजातांत्रिक देश में बहुत बार विचारों की भिन्नता होती है, किन्तु यह देश ऐसा है जिसमें राष्ट्रिय मुद्दों पर हमने हमेशा एकता दिखाई है।

गोयल ने कहा, ‘‘मैं इस निर्णय से बहुत खुश हूं क्योंकि मैं उन हजारों कार सेवकों में था जो चाहते थे कि राम जन्म भूमि पर श्री राम का भव्य मंदिर बने। मैं दो बार चांदनी चौक से सांसद रहा हूं और मैंने हमेशा  गंगा-जमुनी तहजीब का पालन किया है और मुझे बताते हुए ख़ुशी  है कि पुरानी दिल्ली में सभी ने सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय का मन से स्वागत किया है।’’

दैनिक जागरण- Air Pollution पर भाजपा ने सीएम केजरीवाल को घेरा, विजय गोयल ने पूछे 10 सवाल

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य विजय गोयल ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखा है। उन्होंने सीएम से दस सवाल पूछे हैं। उन्होंने लिखा, दिल्ली में आप की सरकार प्रदूषण को लेकर पराली पर शोर मचा रही है। लेकिन, पंजाब जहां आप के 19 विधायक हैं उनके इलाकों में खुलेआम पराली जल रही है और वह उनका समर्थन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि खुद आप के पंजाब के संयोजक रहे सुखपाल सिंह खैरा ने लुधियाना में सार्वजनिक रूप से पराली जलाई थी। भाजपा नेता ने सवाल किए कि सरकार बताए कि पिछले पांच वर्ष में प्रदूषण खत्म करने के लिए उन्होंने क्या कदम उठाए। पिछले ऑड-इवेन की रिव्यू रिपोर्ट में जिन 17 कदमों को उठाने की बात कही थी उस पर क्या किया?

विजय गोयल ने केजरीवाल को घेरा

विजय गोयल ने सवाल किया कि जितनी बसें शीला सरकार में चल रही थीं, क्या आज उतनी बसें चल रही हैं ? सड़कों पर एयर प्यूरीफायर लगाने की बात दिल्ली सरकार ने कही थी उसका क्या हुआ? इलेक्ट्रिक बसें क्यों नहीं आई? स्मॉग टावर क्यों नहीं बनाए गए? 1300 करोड़ रुपये पर्यावरण सेस का उपयोग क्यों नहीं किया गया।

विजय गोयल के सीएम केजरीवाल से सवाल

– पंजाब में AAP के 19 MLA हैं और वे अपने इलाकों में पराली जलाने का समर्थन कर रहे हैं।

– AAP के पंजाब के संयोजक रहे सुखपाल सिंह खैरा ने लुधियाना में सार्वजनिक रूप से पराली जलाई थी।

– दिल्ली सरकार बताए 5 साल में प्रदूषण कम करने के लिए क्या किया। 

-पिछले ऑड-इवेन की रिव्यू रिपोर्ट में जिन 17 कदमों को उठाने की बात कही थी उस पर क्या किया?

–  1300 करोड़ रुपये पर्यावरण सेस का उपयोग क्यों नहीं किया गया।

– जितनी बसें शीला सरकार में चल रही थीं, क्या आज उतनी बसें चल रही हैं ? 

-सड़कों पर एयर प्यूरीफायर लगाने की बात दिल्ली सरकार ने कही थी उसका क्या हुआ?

-इलेक्ट्रिक बसें क्यों नहीं आई?

-स्मॉग टावर क्यों नहीं बनाए गए?

पहले गोयल अपनी सरकार से पूछ लें कि प्रदूषण कहां से फैल रहा: सिसोदिया

उधर, उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने विजय गोयल के पंजाब को लेकर किए गए बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें ही कटघरे में खड़ा कर दिया। सिसोदिया ने कहा कि अब तक विजय गोयल बोल रहे थे प्रदूषण दिल्ली से ही पैदा हो रहा है। आज उनका नया बयान आ गया है। उन्होंने कहा कि वह पहले तय तो कर लें या अपनी सरकार से पूछ लें कि प्रदूषण कहां से आ रहा है। केंद्र सरकार के तहत काम कर रही सफर कह रही है कि 46 फीसद प्रदूषण पराली जलते से हो रहा है।

Sisodia does not have answer to our questions, therefore did not meet us;

– Goel cycles to gift stubble to those who are politicising stubble burning;
– AAP blaming “parali” in Delhi, guilty of stubble burning in Punjab- Goel;
New Delhi, 7th November, 2019: MP and former BJP Delhi President, Vijay Goel, cycled to the residence of Manish Sisodia to gift him a stubble bouquet on the issue of stubble burning by Aam Aadmi Party in Punjab while continuously blaming stubble burning for spike in pollution levels in Delhi. Goel was accompanied by MLA O.P Sharma, Anil Vajpayee, Richa Pandey, standing committee chairperson Jay Prakash amongst others.
Goel said that Delhi’s Deputy CM Manish Sisodia ji did not meet us because he does not answer to the questions asked to him about Kejriwal government’s efforts in reducing pollution in last five years. Goel said that not even once in last five years, Kejriwal government tried to cooperate with 7 MPs from Delhi, MCD or Central Government. Delhi government even openly flouted Supreme Court’s directions.
Goel said that AAP’s MLAs are burning stubble, and encouraging people to burn it as well. Goel said that if pollution has reduced by 25% and was being caused by stubble burning, then what was the need of Odd-Even? Goel said that now that weather has improved, children have also started going to school, then what is the need of Odd-Even? Supreme Court has also clearly stated that Odd-Even is discriminatory and has not been efficiently implemented. Vehicles which were to be prohibited have been allowed and those which were to be exempted have been brought under odd-even.
Goel said that by gifting stubble bouquet to Sisodia, he wanted to show the hypocrisy of AAP. Goel told that on one hand, AAP is blaming stubble burning causing spike in pollution levels in Delhi, on the other hand, according to a report by NASA areas of 19 AAP’s MLAs are burning most stubble in Punjab.
Supreme Court has rebuked the Delhi government over its failure to control road dust, construction and demolition waste, plastic and garbage burning etc and has said that Chief Secretary should resign from its post.
Goel demanded Kejriwal’s resignation after Supreme Court’s reprimand. He said that Kejriwal should resign from his post. His true face has been exposed to the people.
O.P Sharma said that 90% pollution in Delhi is caused by internal factors on which ‘AAP’ government did not do anything. Now, to hide its failures, it is shifting the blame on stubble burning and advertising relentlessly.

Goel said that people have demanded from Kejriwal and Sisodia to answer Goel’s letter and inform Delhi’s public about the work done by them on pollution apart from wasting money on advertisements. 

On stubble burning in Punjab by AAP, Goel to gift parali to Sisodia tomorrow

·       Kapil Mishra, O.P Sharma, Jay Prakash and others to be present too;
·       Kejriwal should resign after Supreme Court’s rebuke- Goel;
·       Those blaming stubble themselves responsible for stubble burning in Punjab: Goel
New Delhi, 6th November, 2019: To protest against stubble burning in Punjab by Aam Aadmi Prty, MP and former BJP Delhi President, Vijay Goel, along with Jagdish Pradhan, Kapil Mishra, O.P.Sharma, Devendra Sehrawat, Anil Bajpai, Shazia Ilmi, Ashwini Upadhyay, Richa Pandey, Jai Prakash, Abhay Verma will give stubble to Dy CM Manish Sisodia by riding a cycle to his residence.
Goel said that CM Arvind Kejriwal and his party members are hypocrites. On one hand, they are blaming stubble burning in Delhi, and on the other hand, there MLAs in Punjab are instigating, encouraging and themselves burning stubble.
Goel said that there have been reports that in the areas where Aam Aadmi Party has 19 MLAs, those areas are burning most stubble. Aam Aadmi Party’s Punjab division’s Shukhpal Singh Khaira was caught burning stubble on camera in 2017. Now, the Opposition leader of Punjab Legislative Assembly, Harpal Singh Cheema is also supporting stubble burning.
Replying to Manish Sisodia’s claim, Goel clarified that—
1. I have always said that according to Environmental Organisations stubble burning contributes only 10-20% of pollution levels in Delhi;
2. If Kejriwal does not address 90% of causes of pollution, then Odd-Even ends up being a mere gimmick.
3. Goel said that his stand has been vindicated by the Supreme Court as well that only Odd-Even is rendered ineffective by just car rationing.
Goel said that Supreme Court has vindicated his stand on pollution and has asked Chief Secretary why is he on his post if he cannot curb road dust, construction and demolition waste, garbage burning? Construction activities are still going on in Delhi, look at the level of pollution. Take strict action against the violators.
Goel said that Kejriwal should resign from his post after being rebuked by Supreme Court for its gross negligence.
Goel said that the letter written by him yesterday to Kejriwal and Manish Sisodia to answer about Delhi government’s efforts to curb pollution levels in Delhi remains unanswered.
Goel demanded that the weather has improved now, meteorological conditions have gotten better, children have started going to school as well. Now, Kejriwal ji stop wasting crores on advertisements because Delhiites are very smart and can understand everything in just one go.

आज तक- विजय गोयल ने ऑड-ईवन पर फिर उठाए सवाल, चिट्ठी लिखकर पूछा सवाल

ऑड-ईवन पर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को घेरा
विजय गोयल ने पत्र लिखकर पूछे 14 सवाल

बीजेपी सांसद विजय गोयल और पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा ने एक बार फिर ऑड-ईवन को लेकर केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाए हैं. विजय गोयल ने कहा, दिल्ली सरकार की ऑड-ईवन योजना पर जो आपत्तियां हमने उठाई थीं, उस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी अब अपनी मुहर लगा दी है और दिल्ली सरकार को लताड़ा है.

उन्होंने कहा कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि उन्होंने ऑड-ईवन में कारों को क्यों रोक दिया, जबकि दो पहिए, थ्रीव्हीलर और टैक्सी को अनुमति दे दी, जो कि कारों से ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आखिर इस स्कीम से क्या हासिल होने वाला है.

प्रवेश वर्मा और विजय गोयल ने आरोप लगाया कि दिल्ली में पराली को लेकर शोर मचा रहे हैं, लेकिन पंजाब में उनकी आम आदमी पार्टी पराली जलाने में लगी हुई है. आम आदमी पार्टी के जो 19 एमएलए हैं, उनके इलाकों में खुलेआम पराली जल रही है और वो उसका समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाए कि आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता सुखपाल सिंह खेड़ा ने तो खुद कैमरे के सामने खड़े होकर लुधियाना में पराली जलाई थी. पर तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.

विजय गोयल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को चिट्ठी लिखकर 14 सवाल पूछे हैं…

1. पिछले 5 साल में प्रदूषण खत्म करने के लिए दिल्ली सरकार ने क्या कदम उठाए ?

2. पहले ऑड-ईवन की रिव्यू रिपोर्ट में जिन 17 आवश्यक कदम को उठाने की बात की गई थी, उन पर क्या किया गया ?

3. शीला सरकार में डीटीसी की कितनी बसें चलती थीं और आज कितनी स्थायी बसें चल रही हैं ?

4. आपके मंत्री सतेन्द्र जैन ने घोषणा की थी कि बड़े-बड़े एयरप्यूरीफायर सड़कों पर लगेंगे, वे लगे क्या ?

5. दिल्ली को लंदन बनाने का वादा किया था, क्या ये ही है आपके सपनों का लंदन ?

6. आपके मंत्री प्रदूषण खत्म करने के नाम पर स्विट्जरलैंड और स्वीडन घूमने गए थे, उसका कुछ फायदा हुआ क्या ?

7. आपने कूड़ा जलाने व मलबा गिराने के खिलाफ जो हेल्पलाईन लॉन्च की थी वो कितने सालों से ठप्प पड़ी है.

8. दिल्ली सरकार की, मंत्रियों की, विधायकों की कितनी गाड़ियों को प्रदूषण सर्टिफिकेट मिला हुआ है?

9. एनवायरमेंट सेस से मिले 1300 करोड़ रुपयों को खर्च क्यों नहीं किया ?

10. बार-बार कोर्ट में एफिडेविट देने के बाद भी एक भी इलेक्ट्रिक बस क्यों नहीं आई ?

11. नई बसों के लिए बजट में जिन पैसों का प्रावधान किया गया था, वो खर्च क्यों नहीं कर पाए ?

12. डस्ट फ्री सड़कों की योजना क्यों ठप्प हो गई ?

13. आपने पंजाब और हरियाणा से मुख्यमंत्री या मंत्री स्तर पर प्रदूषण पर कितनी बार बात की ? पंजाब, हरियाणा में आपकी आम आदमी पार्टी पराली पर चुप क्यों ?

14. दिल्ली का प्रदूषण खत्म करने की 5 साल में क्या एक भी योजना बनी ?

Times Of India- Vijay Goel defies odd-even rule in Delhi, travels in odd-numbered car

NEW DELHI: Defying the odd-even rule that was implemented in Delhi on Monday morning as a measure to mitigate rising air pollution in the capital, Rajya Sabha MP and former state BJP chief Vijay Goel travelled in an odd-numbered car to protest against the vehicle rationing scheme.
Track the pollution level in your city
He later stopped at the round about near Le Meridian Hotel in Central Delhi and volunteered to get penalised by the traffic police for the violation.
"This scheme is just a gimmick. AAP government themselves say that the pollution is due to stubble burning then how does the scheme help?" Goel told reporters while he drove off from his residence and added that he was willing to pay the fine for violating the rule.
According to the scheme, only even number vehicles, with the last digit of the registration plate ending with 0,2,4,6 or 8, can ply on November 4, 6, 8, 12 and 14 (November 10 is Sunday and is not covered under the rule). The last digit of Goel's SUV is '7'. Goel got anti-government and anti-odd even slogans printed on his car.
The senior BJP leader was accompanied by party's vice-president and Delhi-in-charge Shyam Jaju and west Delhi MP Parvesh Verma.
Goel was most vociferous BJP leader against the road rationing scheme when it was first launched in January 2016 and had openly defied the rule.
In Video:BJP leader Vijay Goel violates odd-even scheme saying it is a poll stunt

Odd even just a gimmick, Goel violates odd-even and pays penalty

– Goel to protest against Kejriwal government in his painted car; 

New Delhi, November 4, 2019: MP and former President, VIjay Goel, challenged that if Kejriwal has so much believe that odd-even will bring down pollution then he should ask environmental organisations like CPCB, DPCC, TERI, SAFAR, and experts like Sunita Narain or Sumit Sharma about the viability of odd-even scheme. 
In his saffron painted Fortuner, Goel and his supporters left his residence 10, Ashoka Road. "Pradooshan ki jimmedaar, Kejriwal sarkaar, odd-even hai bekar" has been painted on Goel's car. Goel explained with reasons why odd-even is merely an election gimmick. 
Protesting against the Kejriwal government, Goel violated the odd-even scheme and paid fine. 
Goel claimed that his protest is not politically motivated. It is a very personal judgment which he decided to take after surveying people. Goel said that no one should have to breathe poisonous air as this. 
Goel said that stubble burning contributes to only less than 10% of pollution levels. If Kejriwal government is claiming that stubble burning is leading to spike in pollution levels, then why is it bringing odd-even? Kejriwal government has been lax in last five years. Delhi's internal causes are responsible for more than 90% of its pollution levels. Kejriwal government miserably failed to install smog free towers, procure buses, sprinkling machines, vacuum cleaner, or curb dust pollution from roads, construction activities and industries. It has just been blatantly lying to the people. 
Goel questioned Delhi government that if pollution is because of stubble burning then how is odd-even going to benefit it? Stubble was burnt in last three years as well, why was odd-even not enforced then? 
Goel said that when odd-even was implemented the first time, then he had protested against it by violating it and paying the penalty. 
Goel said that sadly, odd-even is a mere gimmick for the Delhi government. When Delhi government has already exempted two-wheeler vehicles, Ola-Uber, three wheeler vehicles like e-rickshaws, autos, cars driven by women, buses etc, then has odd even been brought for just cars? 
A report was recently published by TERI's Sumit Sharma. The report states that exempting two-wheeler vehicles from odd-even will render it futile. Interestingly, this has been echoed by a lot of other environmental organisations like CPCB, DTU, TERI etc. 
Taking a jibe at Kejriwal's advertisement spree, Goel said that Kejriwal can now use his penalty for advertisements as well. Goel told that Delhi government did not use a single penny from the corpus of Rs 1300 crores of environmental cess. 
Goel said that earlier only Kejirwal used to cough, today entire Delhi is coughing and Kejriwal is fine. 
Goel sternly stated that Kejriwal as been evading his responsibility and hiding his failures under the garb of advertisements and freebies. 

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